लखनऊ। बेसिक शिक्षा विभाग के विद्यालयों के शिक्षकों की वरिष्ठता और जिले के अंदर तबादला प्रक्रिया को लेकर मामला सुलझने की जगह उलझता ही जा रहा है। इसे लेकर विभाग कठघरे में है। विभाग में शुक्रवार से जिले के अंदर तबादला से जुड़ी प्रक्रिया शुरू होनी है, दूसरी तरफ विभाग ने शिक्षकों का मानव संपदा पोर्टल पर डाटा अपडेट करने के लिए तीन मई की तिथि तय कर दी है।
विभाग की ओर से पूर्व में जारी सूचना के अनुसार शिक्षकों के जिले के अंदर तबादले की समय सारिणी के अनुसार 28 अप्रैल को एनआईसी की ओर से इसका पोर्टल लाइव किया जाएगा। वहीं एक से आठ मई तक शिक्षक मानव संपदा पोर्टल पर अपलोड विवरण में कमी होने पर आपत्ति दर्ज कराएंगे। जिसका 16 मई तक बीएसए निस्तारण करेंगे। 22 को अधिक व कम शिक्षक वाले विद्यालयों की सूची जारी होगी और 23 मई को शिक्षक स्थानांतरण के लिए ऑनलाइन आवेदन करेंगे।
इसी बीच सचिव बेसिक शिक्षा परिषद ने हाल में जारी आदेश में कहा है कि स्थानांतरण प्रक्रिया में मानव संपदा पोर्टल पर अंकित विवरण का प्रयोग किया जाना है। किंतु जिला स्तर पर विवरण में काफी कमियां हैं। शिक्षकों के पदनाम गलत हैं, उनके मोबाइल नंबर एक से अधिक बार अंकित है, शिक्षक का विषय वर्ग विवरण नहीं अंकित है। उनका जेंडर गलत है या भरा ही नहीं गया है। ऐसे में सभी बीएसए इस डाटा का परीक्षण कर उसकी कमियां ठीक कर तीन मई तक अपडेट करें।
शिक्षक संगठनों ने उठाया सवाल
वहीं शिक्षक संगठनों ने विभाग की मंशा पर सवाल उठाया है। उनका कहना है कि एक तरफ वरिष्ठता तय करने को लेकर आधा दर्जन बार आदेश संशोधित किया गया है। वहीं अब जिले के अंदर तबादला को लेकर संशोधित कार्यक्रम के अनुसार प्रक्रिया शुरू होनी है तो उससे पहले करने की अधिकतम आयु 60 साल इसमें एक पेंच फंसाया जा रहा है। विभाग जान-बूझकर जिले के अंदर तबादला प्रक्रिया को पूरा ही नहीं करना चाह रहा है।