नए सत्र में सभी बच्चों को स्कूल तक पहुंचाने एवं अधिकाधिक नामांकन सुनिश्चित करने के विभागीय निर्देश पर स्कूलों में प्रवेशोत्सव कार्यक्रम आरंभ किया गया है। इस मौके पर प्रधानाचार्या कुसुमलता ने कहा कि नई शिक्षा नीति से लोगों में शिक्षा के प्रति उत्साह बढ़ा है। साथ ही सरकार अंतिम पंक्ति में खड़े ग्रामीण, किसानों, निर्धनों के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने की दिशा में काम कर रही है। इसी क्रम में राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय इनायतपुर में प्रवेश उत्सव मनाया गया। इस दौरान विद्यालय में उत्सव जैसा वातावरण बनाने को गुब्बारों व फूलों आदि से सजाया गया।
वहीं विद्यालय की शिक्षिकाओं ने गांव में घर-घर जाकर अभिभावकों को बच्चों को स्कूल भेजने के लिए प्रोत्साहित किया। विद्यालय पहुंचे अभिभावकों का मिठाई खिलाकर स्वागत किया गया। प्रधानाचार्या ने अभिभावकों को शिक्षा के महत्व के बारे में समझाते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि से जुड़े अभिभावक अथवा बच्चे मान लेते हैं कि पढ़ने-लिखने के बाद भी खेती किसानी करनी है तो पढ़ाई क्यों लेकिन ऐसा नहीं है आज के समय में खेती में भी नई-नई आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है जिसके लिए पढ़ाई आवश्यक है। बच्चों से कहा कि खूब मन लगाकर पढ़ें पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद में भी हिस्सा लें। कार्यक्रम में विद्यालय की शिक्षिका गीता, सीमा शर्मा व पूजा का सहयोग रहा।