लखनऊ। प्रदेश में वरिष्ठता का इंतजार कर रहे बेसिक के विद्यालयों के सैकड़ों शिक्षकों का इंतजार फिलहाल समाप्त नहीं हो रहा है। दो महीने पहले बेसिक शिक्षा विभाग ने जहां से इसकी शुरुआत की थी, दोबारा वहीं पहुंच गया है। वरिष्ठता सूची तैयार करने में आ रही दिक्कत के बाद अब लखनऊ समेत कई जिलों में शिक्षकों से गूगल फार्म जारी कर उनसे जुड़ी जानकारी मांगी गई है।
यह स्थिति तब है, जब पूर्व में संशोधित कार्यक्रम के अनुसार वरिष्ठता सूची पर आपत्ति दर्ज करने की तिथि 11 अप्रैल निर्धारित थी। जानकारी के अनुसार जिलों में बीएसए को सर्वाधिक दिक्कत शिक्षकों के गुणांक के निर्धारण में आ रही है। वहीं अंतर जनपदीय तबादले में आए शिक्षकों की जानकारी भी नहीं मिल पा रही है
क्योंकि जिलों में पदोन्नति भी अलग-अलग समय पर हुई है। इसकी वजह से भी शिक्षकों के नंबर में बहुत अंतर आ रहा है।
यही वजह है कि शिक्षकों की मेरिट तैयार करने में दिक्कत आ रही है। अब शिक्षकों से गूगल फार्म पर उनसे जुड़ी जानकारी मांगी गई है। इसी क्रम में विभाग ने पांचवीं बार संशोधित आदेश जारी किया है। सचिव बेसिक शिक्षा परिषद प्रताप सिंह बघेल की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि कई जिलों में समय से सूची अपलोड नहीं की जा सकी है। ऐसे में शिक्षकों की ओर से आपत्ति दर्ज कराने की तिथि 21 अप्रैल तक बढ़ा दी गई है। बीएसए इनका निस्तारण 22 अप्रैल तक करेंगे।
दूसरी तरफ प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षित स्नातक एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष विनय कुमार सिंह ने कहा कि शिक्षकों की वरिष्ठता उनकी मौलिक नियुक्ति तिथि से तय हो। किंतु एक ही तिथि पर नियुक्त दो या दो से अधिक शिक्षकों की वरिष्ठता उनके नाम, नियम 17-18 में बनी सूची में हो। इसे अधिकारी समझ ही नहीं पा रहे हैं। जिसकी वजह से उनको वरिष्ठता निर्धारण में दिक्कत आ रही है।
इन जिलों में दिक्कत
लखनऊ, कौशांबी, प्रयागराज, अंबेडकरनगर, उन्नाव, हमीरपुर, ललितपुर, बाराबंकी, कानपुर नगर, महोबा, महराजगंज, इटावा, शामली, अमरोहा, बुलंदशहर, रामपुर, गौतमबुद्ध नगर, झांसी, मुजफ्फरनगर, श्रावस्ती, फतेहपुर, रायबरेली, मुरादाबाद, सहारनपुर