प्रदेश की स्कूली शिक्षा में खराब प्रदर्शन वाले जिलों का विभाग की ओर से दो दिन का भौतिक निरीक्षण कराया जाएगा। इसके लिए निदेशालय ने टीमों का गठन और जांच के बिंदु निर्धारित किए हैं। साथ ही यह भी कहा है कि जिलों में कमियां मिलने पर उत्तरदायित्व तय करते हुए संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही भी की जाएगी।
विभागीय मासिक समीक्षा बैठकों में जिन जिलों का प्रदर्शन बराबर खराब मिल रहा है, उनमें से कई में चेतावनी के बाद भी सुधार नहीं किया जा रहा है। इसे देखते हुए परियोजना निदेशालय की कोर टीम से इन जिलों का निरीक्षण कराने का निर्णय लिया गया है। यह टीम जिलों में ऑपरेशन कायाकल्प, मान्यता पोर्टल, निपुण भारत, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, गवर्नेंस, वित्त एवं लेखाधिकारी पटल व मानव संपदा से जुड़े कामों की प्रगति व स्थिति देखेगी।
महानिदेशक महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद भी पांच जिलों का निरीक्षण करेंगे। इसके साथ ही अपर परियोजना निदेशक, वरिष्ठ विशेषज्ञ, वित्त नियंत्रक व पाठ्य पुस्तक अधिकारी के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया है। यह निरीक्षण 24 अप्रैल से 15 मई के बीच किया जाएगा। निरीक्षण के बाद पंद्रह दिन में सभी को अपनी रिपोर्ट परियोजना कार्यालय में देनी होगी।
इन जिलों का प्रर्दशन खराब
बलिया, बस्ती, हरदोई, सीतापुर, आजमगढ़, सुल्तानपुर, प्रयागराज, बदायूं, बुलंदशहर, गोंडा, कन्नौज, कुशीनगर, मथुरा, ललितपुर, संत कबीरनगर, प्रतापगढ़, शाहजहांपुर, श्रावस्ती, कानपुर देहात, सिद्धार्थनगर, रायबरेली, सोनभद्र, उन्नाव, मिर्जापुर व मऊ।