उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की वेबसाइट पर 31 मार्च तक 1,89,715 अभ्यर्थियों ने एकल अवसरीय पंजीकरण या वन टाइम रजिस्ट्रेशन (ओटीआर) कराया है। इनमें से 1,89,609 का सत्यापन हो चुका है और 1,89,606 को ओटीआर नंबर भी दिया जा चुका है। पंजीकरण की संख्या 13 लाख से अधिक होने की उम्मीद है। आयोग के 2022-24 सत्र के आंकड़ों पर गौर करें तो 13,29,728 छात्रों ने विभिन्न परीक्षाओं के लिए आवेदन किया था।
इनमें से 14173 साक्षात्कार के लिए आमंत्रित किए गए और 12,501 का चयन हो गया है। स्पष्ट है कि 13 लाख से अधिक अभ्यर्थी आयोग की भर्तियों के लिए आवेदन करते हैं। पीसीएस-2023 के लिए ही 5.70 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। इस हिसाब से ओटीआर की संख्या काफी कम है। वैसे आयोग के अध्यक्ष संजय श्रीनेत ने पहले ही साफ कर दिया है कि एक अप्रैल के बाद से होने वाले सभी आवेदनों में ओटीआर अनिवार्य होगा। ऐसे में जैसे-जैसे भर्ती आएगी ओटीआर की संख्या भी बढ़ने की उम्मीद है। इससे ग्रामीण पृष्ठभूमि के छात्रों को सर्वाधिक लाभ होगा और उन्हें बार-बार रजिस्ट्रेशन के लिए साइबर कैफे वालों को रुपये नहीं देने पड़ेंगे। एक बार रजिस्ट्रेशन कराने के बाद वह सिर्फ ऑनलाइन फीस और इक्का-दुक्का सूचना भरकर आवेदन प्रक्रिया पूरी कर सकेंगे।
मेन्स से अभिलेख भी अपलोड कराएंगे
ओटीआर भरवाने के बाद आयोग बड़ी भर्ती की मुख्य परीक्षा से अभिलेख भी अपलोड करवाएगा ताकि सत्यापन में लगने वाले समय को कम किया जा सके। प्रारंभिक परीक्षा में आवेदकों की संख्या बहुत अधिक होने के कारण अभिलेखों को अपलोड करवाना संभव नहीं।