हमीरपुर
एकेडमिक रिसोर्स परसन (एआरपी) की अभद्रता से नाराज मौदहा ब्लाक के सभी 40 संकुल शिक्षकों ने सामूहिक रूप से जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कल्पना जायसवाल को इस्तीफा भेजा है। शिक्षकों का कहना है कि जब तक एआरपी के खिलाफ कार्रवाई नही होती हैं तब तक वह कार्य नहीं करेंगे और बैठक का भी बहिष्कार करेंगे।
मौदहा ब्लाक के संकुल शिक्षकों ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को भेजे गए सामूहिक इस्तीफे में लिखा है कि बीती 11 अप्रैल को संकुल शिक्षक की बैठक खंड शिक्षा अधिकारी मौदहा की अध्यक्षता में उनके कार्यालय में आयोजित की गई थी, जिसमें राज्य संदर्भ समूह (एसआरजी) वरुण यादव भी उपस्थित थे। इसी दौरान एआरपी विज्ञान उमाशंकर प्रजापति द्वारा संकुल शिक्षक अविनेश कुमार व अमित कुमार को खड़ा करके अपमानित किया जाने लगा और स्टाफ के मध्य मनमुटाव कराने का प्रयास किया गया। यह भी कहा गया कि यह कार्य तुम क्यों कर रहे थे? यह कार्य प्रधानाध्यापक का है।
संकुल शिक्षकों ने आरोप लगाया है कि एआरपी विद्यालय में जाकर रुपये की मांग करते रिपोर्टिंग करते हैं। प्रेरणा एप में हैं और रुपये नहीं देने पर गलत भ्रामक सूचनाएं भरकर विद्यालय की रेटिंग कम की जाती है। इसी रेटिंग के प्रश्न पर संकुल शिक्षक प्रशांत शुक्ला व कमलेश कुशवाहा ने जवाब मांगा तो उन्होंने धमकी दी। कहा कि तुम गलत बोल रहे हो, मैं अगली बार भी ऐसा ही करूंगा। इन सब बातों से नाराज होकर सभी 40 संकुल शिक्षकों ने बीएसए को सामूहिक इस्तीफा देते हुए निपुण भारत मिशन का कार्य करने में असमर्थता जताई है। शिक्षकों ने चेतावनी दी है कि जब तक संबंधित एआरपी के विरुद्ध कार्रवाई नहीं होती वह किसी भी प्रकार का संकुल का कार्य नही करेंगे और इस माह की मासिक बैठक का भी बहिष्कार करते हैं। बीएसए कल्पना जायसवाल का कहना है कि वह मामला संज्ञान में आया है। मौदहा एबीएसए से वार्ता कर मामले की जांच कर आवश्यक कार्रवाई करेंगी।