चित्रकूट | उम्र महज साढ़े चार साल, अभी किसी स्कूल में प्रवेश नहीं लिखना पढ़ना नहीं आता, लेकिन चार साल की स्वार्णिमा की बुद्धि ऐसी कि आईएएस और आईपीएस की परीक्षा में पूछे जाने वाले सवालों का बेबाकी से जवाब देकर अचंभित कर देती है। इसकी आभा ऐसी है कि पूरे परिवार व मोहल्ले के लोग लोहा मानने लगे हैं। प्राइवेट शिक्षक की बेटी स्वर्णिमा वाली है। देश और विदेश के नक्शे
सिंह की कुशाग्र बुद्धि अचंभित करने की समझ है। इसके ज्ञान के प्रश्नों का जवाब भी तपाक से देती है। जहां साढ़े चार वर्ष की उम्र बच्चों के सीखने समझने के लिए नाकाफी होती है, वहीं ऐसी मिसाल जिले के चमड़ामंडी निवासी शिक्षक धर्मराज पटेल की बेटी स्वर्णिमा ने कायम कर दिखाई है।
बता दें कि जब स्वर्णिमा से मानचित्र पर दर्ज दक्षिण अफ्रीका का नक्श पूछा गया तो बड़ी तत्परता से सही जवाब दिया। खिलाड़ियों के बारे में सही उत्तर दिए। देश में कितने राज्य, प्रदेश में कितने जिले, राज्यों के मुख्यमंत्री के नाम आदि सरलता से बताए। इससे जाहिर होता है कि जहां इस उम्र में बच्चे अपना नाम बताने में हिचकिचाते हैं, वहीं साढ़े चार साल की स्वर्णिमा कुशाग्र बुद्धि का परिचय दे रही है। पिता ने बताया कि तबीयत खराब होने पर बच्ची का छह माह तक इलाज चला। स्वर्णिमा के बाबा केवल प्रसाद सिंह इंटर कॉलेज में शिक्षक है। मां पूजा पटेल ने बताया कि बेटी को पढ़ाई से काफी लगाव है। जिज्ञासु प्रवृत्ति की होने के चलते हर चीज के बारे में पूछती और कंठस्थ कर लेती थी। आगे भी वह बेटी की पढाई में विशेष ध्यान रखेंगें। इस साल उसका एलकेजी में प्रवेश परिजनों ने कराया है। अभी एक भी दिन स्कूल नहीं गई।