डिजिटल साक्षरता में यूपी बोर्ड और संस्कृत शिक्षा बोर्ड के छात्र-छात्राएं अब किसी भी दूसरे बोर्ड के बच्चों से पीछे नहीं रहेंगे। माध्यमिक शिक्षा विभाग ने यूपी बोर्ड और संस्कृत शिक्षा बोर्ड से जुड़े प्रदेशभर के 29 हजार से अधिक स्कूलों में कोडिंग, रोबोटिक्स, ई-कॉमर्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की पढ़ाई शुरू कराने की तैयारी की है। अगले दो साल की कार्ययोजना में शामिल इस महत्वाकांक्षी पहल की जिम्मेदारी दोनों बोर्ड के सचिवों को दी गई है।
इसका मकसद छात्र-छात्राओं को डिजिटल साक्षरता, कोडिंग और कम्प्यूटेशनल चिंतन की तकनीकी जानकारी और प्रयोग से अपडेट करना है। इन विषयों की पढ़ाई से विद्यार्थियों में वैज्ञानिक स्वभाव, गणित व कम्प्यूटेशनल और साक्ष्य आधारित सोच और कौशल का विकास होगा। वर्तमान डिजिटल क्रांति युग में विद्यार्थियों को एक अच्छे, सफल, अभिनव, अनुकूलनीय और उत्पादक बनाने के लिए ये विषय सहायक होंगे।
446 राजकीय स्कूलों में बनेगी कम्प्यूटर लैब
माध्यमिक शिक्षा विभाग ने प्रदेशभर के 446 राजकीय स्कूलों में अगले दो साल में कम्प्यूटर लैब बनाने की योजना भी बनाई है। इससे हर साल 2,45,300 छात्र-छात्राओं को लाभ मिलेगा। विद्यार्थियों में करके सीखने से समझ और कौशल में वृद्धि होगी और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।