लखीमपुर, । 95 स्कूलों को निपुण बनाने में पहले स्थान पर रहे निघासन ब्लाक को एक और उपलब्धि मिली है। डायट प्रशिक्षुओं ने स्कूलों में जाकर निपुण लक्ष्य एप पर बच्चों का मूल्यांकन किया। इस मूल्यांकन में निघासन सबसे आगे रहा है। 60 प्रतिशत परफारमेंस स्कूल की रही है। इससे शिक्षकों में काफी उत्साह है।
निघासन ब्लॉक के 95 शिक्षकों ने स्कूल को निपुण घोषित किया था। पूरे प्रदेश में यह पहला ब्लॉक रहा था जहां इतने स्कूलों को निपुण घोषित किया गया। शिक्षकों के किए गए दावों की जांच के लिए डायट के प्रशिक्षुओं को लगाया गया। प्रशिक्षुओं ने स्कूलों में जाकर बच्चों का निपुण लक्ष्य एप पर मूल्यांकन किया। मूल्यांकन का पूरा डाटा भारत सरकार की वेबसाइट पर अपलोड किया गया है।
इस डाटा के मुताबिक निघासन ब्लॉक की फारफार्मेंस सबसे ज्यादा 60 प्रतिशत रही है। इससे निघासन ब्लॉक के शिक्षकों में उत्साह और बढ़ गया है। एप पर दर्ज मूल्यांकन के अनुसार पलिया ब्लॉक की परफार्मेंस 39 प्रतिशत, मोहम्मदी की 46 प्रतिशत कुंभी गोला और पसगवां ब्लाक की परफॉर्मेंस 40 प्रतिशत है। सबसे कम मितौली की परफार्मेंस 22 है। निघासन के खंड शिक्षा अधिकारी डॉ.बृजेश त्रिपाठी ने बताया कि ब्लॉक में शिक्षकों की संख्या कम होने के बाद भी शिक्षक पूरी मेहनत से निपुण लक्ष्य हासिल करने में जुटे हैं। सभी स्कूलों को निपुण बनाने का लक्ष्य है।
निपुण लक्ष्य मूल्यांकन में निघासन सबसे आगे रहा
● ब्लॉक के 95 शिक्षकों ने निपुण लक्ष्य हासिल करने का किया था दावा
● डायट के प्रशिक्षुओं ने स्कूलों में पहुंचकर की मानीटरिंग मिली 60 प्रतिशत परफार्मेंस
राज्य स्तरीय गोष्ठी में भी छाया निघासन
बुधवार को लखनऊ में चार मंडलों की शिक्षा गोष्ठी आयोजित की गई। निदेशक बेसिक शिक्षा की अध्यक्षता में आयोजित इस गोष्ठी में लखनऊ, अयोध्या, देवीपाटन व कानपुर मंडल के बीएसए, बीईओ मौजूद रहे। इसमें शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार पर चर्चा की गई। बताते हैं कि सबसे ज्यादा निपुण स्कूल बनाने पर निघासन के खंड शिक्षा अधिकारी डॉ. बृजेश त्रिपाठी ने इस गोष्ठी में स्कूलों को निपुण बनाने के लिए किए गए कामों को साझा किया।