बरेली। आय से अधिक संपत्ति के मामले में आरोपी बीएसए ऑफिस के भ्रष्ट लिपिक भूपेंद्रपाल सिंह की संपत्ति कुर्क की जाएगी। उसे कोर्ट ने फरार घोषित कर दिया है। भूपेंद्रपाल सिंह के खिलाफ वर्ष 2016 के मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था।
मूल रूप से आंवला थाने के गांव फुलारी निवासी भूपेंद्रपाल प्रेमनगर की लोक निर्माण विभाग कॉलोनी में रहता था। आय से अधिक संपत्ति समेत भ्रष्टाचार के मामले में जांच कर रही विजिलेंस ने 2018 में भूपेंद्रपाल सिंह के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी थी। सरकारी सेवा में रहते उसने भ्रष्टाचार के जरिये करोड़ों की संपत्ति जमा की थी। यह
जांच में भी साबित हो गया।
कोर्ट की ओर से कई बार समन जारी किए जाने के बाद भी वह कोर्ट में हाजिर नहीं हुआ। बाद में उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट भी जारी किए गए। बार-बार समन और वारंट के बावजूद कोर्ट में पेश न होने पर इंस्पेक्टर विजिलेंस रामलाल पांडेय की ओर से भूपेंद्र के खिलाफ न्यायालय के आदेशों की अवमानना के मामले में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। इंस्पेक्टर विजिलेंस ने बताया कि फरार घोषित बाबू की संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। 15 मई तक उसकी संपत्ति कुर्क की जानी है।