लखनऊ, । बेसिक एवं माध्यमिक शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार ने कहा है कि संस्कृत माध्यमिक विद्यालयों के कक्षा छह में प्रवेश लेने वाले छात्रों के लिए तीन माह का ब्रिज कोर्स रेडीनेस प्रोग्राम के रूप में कराया जाएगा। उन्होंने कहा है कि विद्यालयों में स्मार्ट कक्षाओं की व्यवस्था उपयोगी होगी, इन कक्षाओं में आडियो-विजुअल सुविधाएं शासन की ओर से उपलब्ध कराई जाएगी।
दीपक कुमार मंगलवार को उत्तर प्रदेश माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद द्वारा नवीन शिक्षा नीति 2020 के तहत पाठ्यक्रम के पुनरीक्षण को लेकर लखनऊ स्थित केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय में कार्यशाला में बोल रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि दो माह में तीन बैठकें कर पाठ्यक्रम एवं पाठ्यवस्तु को अन्तिम रूप दिया जाएगा। साथ ही कहा कि केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के निदेशक सर्वनारायण झा की अध्यक्षता में विशेषज्ञों की एक समिति बनाई जाएगी जो 15 दिन में एक बार कार्यशाला का आयोजन कर अन्तिम रूपरेखा का निर्धारण करेंगी।
निदेशक प्रो. सर्वनारायण झा ने संस्कृत माध्यमिक विद्यालयों में संचालित प्रथमा से उत्तर मध्यमा स्तर तक के पाठ्यक्रम के संबध में कहा कि प्राचीन ज्ञान, परम्परा का संरक्षण, सम्प्रेषण एवं संवर्द्धन हो।