यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा 2023 का परिणाम बनकर तैयार है और बहुत जल्द घोषित करने की तैयारी है। लेकिन नंबर बढ़वाने के नाम पर छात्र-छात्राओं से वसूली करने वाले बिहार और झारखंड के साइबर ठगों की हरकतें रुकने का नाम नहीं ले रहीं। ये ठग बच्चों और अभिभावकों को फोन करके बरगलाने से बाज नहीं आ रहे। दो दिन पहले शुक्रवार को जनता इंटर कॉलेज औरैया के एक छात्र को ऐसे ही एक अपराधी ने सनी नाम से फोन किया और नंबर बढ़वाने का लालच देकर रुपये मांगे।
झांसा देने के लिए ठग ने अपना मोबाइल नंबर (6370748004) भी बोर्ड प्रयागराज के नाम से सेव कर रखा था ताकि ट्रू कॉलर पर लगे कि बोर्ड ऑफिस से ही फोन जा रहा है। छात्र ने स्कूल के प्रिंसिपल महेश कुमार को इसकी सूचना दी। महेश कुमार ने बोर्ड के कर्मचारियों को फोन कर पूछा तो पता चला कि साइबर ठग की करतूत है। यह तो कुछ गिने-चुने मामले हैं जो बोर्ड कर्मचारियों तक पहुंच रहे हैं। तमाम ऐसे छात्र भी हैं तो बिना किसी पड़ताल के रुपये ट्रांसफर कर दे रहे हैं।
आंकड़ों पर एक नजर
● 58,85,745 छात्र-छात्राएं पंजीकृत थे हाईस्कूल-इंटर में
● 3.19 करोड़ कॉपियों का मूल्यांकन हुआ 258 केंद्रों पर
● 8753 केंद्रों पर कराई गई 10वीं-12वीं की परीक्षा
● जल्द घोषित होगा यूपी बोर्ड की 10वीं-12वीं का परिणाम
● बिहार-झारखंड के अपराधी नंबर बढ़वाने का दे रहे लालच
● कई लोग बोर्ड कर्मचारियों से फोन से कर रहे पूछताछ
● एफआईआर के हैं आदेश अपराधियों पर असर नहीं
ठगों को एफआईआर का भी डर नहीं
यह स्थिति तब है जबकि बोर्ड सचिव दिब्यकांत शुक्ल ने छह अप्रैल को ही विज्ञप्ति जारी कर ऐसे साइबर ठगों की फोन काल पर ध्यान न देने की अपील की थी। जिला विद्यालय निरीक्षकों को इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए थे। लेकिन इन ठगों की सेहत पर कोई असर नहीं पड़ा है।