हरदोई। बेसिक शिक्षा विभाग में तैनात भ्रष्टाचार के आरोपी दो खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) सहित सात बीईओ के ब्लॉक बदल दिए गए। मगर, आचार संहिता को लेकर ज्वाइनिंग में पेंच फंस गया। इससे किसी ब्लॉक में दो-दो बीईओ तो किसी में एक भी बीईओ नहीं रह गया है।
विकास खंड मल्लावां के खंड शिक्षा अधिकारी प्रभाष कुंवर श्रीवास्तव पर एक शिक्षिका के वायरल ऑडियों में शिक्षकों से आर्थिक सहयोग लेकर विद्यालय न आने की छूट देने का आरोप लगा था। वहीं, बीईओ बावन संजीव भारती पर विद्यालय की संपत्ति को कम लागत में नीलाम करने का आरोप लगा था। दोनों प्रकरण जिलाधिकारी एमपी सिंह के संज्ञान में आने पर उन्होंने बीएसए से पत्रावली तलब की थी। इस पर बीएसए डाॅ. विनीता की ओर से आठ अप्रैल की तिथि में बीईओ के ब्लॉक परिवर्तन के आदेश जारी कर दिए गए थे।
इसमें मल्लावां बीईओ प्रभाष कुंवार श्रीवास्तव को मल्लावां से ब्लॉक टोडरपुर, बावन के बीईओ संजीव भारती को सांडी भेजा गया था। इसके अलावा नगर शिक्षा अधिकारी सीमा गौतम को सुरसा और मुख्यालय का प्रभार दिया गया था। टोडरपुर की बीईओ शालिनी गुप्ता को भरावन, भरावन के बीईओ आरके द्विवेदी को बावन, सुरसा के बीईओ छोटेलाल को नगर क्षेत्र, सांडी की बीईओ प्रभावती को मल्लावां का प्रभार दिया गया था।
बीएसए के आदेश के बाद सुरसा बीईओ ने सुरसा का प्रभार छोड़ दिया, वहीं मुख्यालय का अतिरक्ति प्रभार देख रहे बेहंदर बीईओ ने मुख्यालय का प्रभार छोड़ दिया। अन्य ने ज्वाइनिंग नहीं किया। इससे जहां सुरसा बीईओ विहीन हो गया है। वहीं, नगर क्षेत्र में दो बीईओ हो गए, वहीं मुख्यालय का पद रिक्त हो गया। इससे विभाग में असमंजस की स्थित बनी हुई है। बीएसए डाॅ. विनीता ने बताया कि आचार संहिता लागू होने के कारण समस्या आ रही है, जिलाधिकारी से वार्ता कर इस संबंध में मार्ग दर्शन लिया जाएगा।
पटल सहायक के पास नहीं है विवरण-
बेसिक शिक्षा विभाग में बीएसए की ओर से लिपिकों को पटलों का दायित्व आवंटित किया गया है। बीईओ से संबंधित पटल सहायक को न तो बीईओ के स्थानांतरण की जानकारी है और न ही ज्वाइनिंग करने वाले बीईओ की। बीईओ के स्थानांतरण किस पटल से किया गया, इसके विषय में विभागीय जिम्मेदार जानकारी देने से बचते रहे।