जेईई 48 घंटे पहले मिलेगा प्रवेश पत्र
हैकिंग का खतरा हो जाएगा कम
परीक्षा कराने वाले जानकारों का कहना है कि नई व्यवस्था से साइबर के खतरों को न्यूनतम किया गया है। जिस सेंटर से परीक्षा देनी है उसके बारे में पता होने के बाद जब समय नहीं बचेगा तो हैकिंग की संभावना नहीं रह जाएगी। इससे छात्रों को थोड़ी मुश्किल तो हो सकती है लेकिन परीक्षाएं पूरी पारदर्शिता से हो तो यह मेधावी बच्चों के लिए उपयोगी साबित होगा।
● मोहम्मद आसिम सिद्दीकी
कानपुर। आईआईटी, एनआईटी, ट्रिपल आईटी समेत देश के उच्च तकनीकी संस्थानों में बीटेक, बीई, बीआर्क में प्रवेश के लिए होने वाले ज्वाइंट इंट्रेंस एग्जाम (जेईई) 2023 सेशन-2 की साइबर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। परीक्षार्थियों को समय से उस शहर का नाम तो बता दिया गया है जहां से उसे परीक्षा देनी है लेकिन किस सेंटर से देनी है, उसकी जानकारी उसे 48-72 घंटे पहले ही मिल सकेगी।
देश के कुछ हिस्सों में पूर्व में ऑनलाइन परीक्षाओं के दौरान सॉल्वर व रूसी हैकिंग गैंग पकड़े जाने के बाद से इन परीक्षाओं की साइबर सुरक्षा बढ़ाई गई है। इसके लिए परीक्षा कराने वाली संस्था ने कई कदम उठाए हैं। इससे हैक कर पेपर सॉल्व कराना या सॉल्वर बैठा पाना अब असंभव सा हो गया है। इसके बावजूद जेईई परीक्षा के दौरान पूरी सतर्कता रखी जा रही है।
जेईई -2 की परीक्षाएं ऑनलाइन 06, 08,10, 11,12, 13 और 15 अप्रैल को होनी हैं। इसके लिए एनटीए ने 31 मार्च 2023 को छात्रों को सूचना दे दी थी कि वे अपने उस शहर का नाम देख सकते हैं जहां परीक्षा देना है।
उस शहर में परीक्षा किस केंद्र से देनी है, उसकी जानकारी प्रवेशपत्र में दी जाएगी। प्रवेशपत्र सभी छात्रों के एक साथ जारी न कर केवल 48 से 72 घंटे पहले जारी किए जा रहे हैं। जिन छात्रों की परीक्षा 06 अप्रैल को थी उन्हें 03 अप्रैल या अगले दिन प्रवेशपत्र दिए गए। यह क्रम अब तक जारी है।