लखनऊ। प्रदेश भर में बेसिक शिक्षा विभाग के विद्यालयों के निरीक्षण में बड़ी लापरवाही सामने आई है। एक तरफ निरीक्षण में अनुपस्थित मिले शिक्षकों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है तो दूसरी तरफ कई अधिकारी ऐसे हैं, जो बार-बार एक ही विद्यालय का निरीक्षण कर रहे हैं।
दिसंबर 2022 से मार्च 2023 के बीच बीएसए, बीईओ व अन्य अधिकारियों ने 5,762 स्कूलों का नियमों के विपरीत निरीक्षण किया गया। इनमें अधिकारी चार से लेकर आठ बार निरीक्षण के लिए गए तो अन्य स्कूलों का एक बार भी निरीक्षण नहीं किया गया है। ऐसे लगता है कि 5,762 स्कूलों से अधिकारी खासे नाराज हैं।
बेसिक शिक्षा विभाग ने विद्यालयों में पठन-पाठन व मूलभूत सुविधाओं की बेहतरी के लिए विभिन्न स्तरों पर जिले में निरीक्षण की व्यवस्था शुरू की है। इसमें दिसंबर 2022 से मार्च 2023 के बीच 23,933 शिक्षक अनुपस्थित मिले लेकिन मात्र 10,417 शिक्षकों पर ही कार्रवाई का विवरण प्रेरणा पोर्टल पर अपलोड किया गया। शेष 13,516 अनुपस्थित शिक्षकों पर कार्रवाई के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने इस पर कड़ी नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा है कि यह स्थिति काफी खेदजनक है। उन्होंने सभी बीएसए को निर्देश दिया है कि वे तय करें कि अधिकारी अलग-अलग स्कूल का भ्रमण करें और शत-प्रतिशत विद्यालयों के निरीक्षण का लक्ष्य पूरा करें।