यूपी में 34 लाख महिलाएं जुड़ेंगी आजीविका से
करोड़ हो जाएगी यूपी में रोजगार से जुड़ने वाली महिलाओं की कुल संख्या
समूहों को प्रति समूह मिलेंगे 1.10 लाख
तय कार्ययोजना के मुताबिक नये गठित होने वाले समूहों में से करीब 2.30 लाख समूहों को रिवाल्विंग फंड के रूप में प्रत्येक समूह को 15 हजार रुपये दिए जाएंगे, ताकि वह समूह की गतिविधियों की शुरूआत कर सकेंगे। इसके अलावा 1.40 लाख समूहों को सामुदायिक निवेश फंड के तहत प्रति समूह 1.10 लाख रुपये दिए जाने हैं। सामुदायिक निवेश फंड मिलने के बाद समूह पूरी तरह सक्रिय होकर रोजगारपरक कार्य करने लगते हैं।
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● हेमंत श्रीवास्तव
● 2.84 लाख नए स्वयं सहायता समूहों का किया जाएगा गठन
लखनऊ। इस साल नये स्वयं सहायता समूहों के गठन के साथ ही 34 लाख से अधिक महिलाओं को आजीविका से जोड़ा जाएगा। 2 लाख 83 हजार 900 नये समूहों का गठन किया जाएगा। इन समूहों का गठन हो जाने के बाद करीब एक करोड़ महिलाओं को आजीविका (रोजगार) से जोड़ने का लक्ष्य पूरा हो जाएगा। केंद्र सरकार ने उ.प्र. ग्रामीण आजीविका मिशन की वार्षिक कार्ययोजना में शामिल 3694.84 करोड़ रुपये के बजट प्रस्ताव को स्वीकृत कर दिया है। केंद्र सरकार ने स्वीकृत बजट में से चालू वित्तीय वर्ष में 2463.22 करोड़ रुपये जारी करने की स्वीकृति दी है। इसके खर्च हो जाने पर कार्ययोजना में शामिल शेष बजट के लिए प्रस्ताव ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार को भेजा जा सकेगा। उ.प्र. राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की निदेशक सी. इंदुमति द्वारा 2023-24 के लिए भेजे गए कार्ययोजना को बगैर किसी बदलाव के स्वीकृत किया गया है। उ.प्र. राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन से मिली जानकारी के मुताबिक इस वित्तीय वर्ष मे 2 लाख 83 हजार 900 नये स्वयं सहायता समूहों का गठन किया जाना है।
इन नये समूहों का गठन किए जाने पर करीब 34 लाख महिलाएं समूहों से जुड़कर रोजगार की गतिविधियों में शामिल हो जाएंगी।