फिरोजाबाद नवोदय प्रवेश परीक्षा में परिषदीय स्कूलों के बच्चों को वरीयता दी जाती है। अपने बच्चों को नवोदय में दाखिला दिलाने के लिए कई अभिभावक अपने बच्चों का सरकारी स्कूल में दाखिला दिला देते हैं। शहर में रहने वाले अभिभावक भी गांव देहात में अपने बच्चों का नाम लिखा देते हैं, ताकि नवोदय प्रवेश परीक्षा में लाभ मिल जाए, लेकिन अब यह फर्जीवाड़ा नहीं चलेगा। विभाग द्वारा प्राइवेट स्कूलों के बच्चों का भी आधार फीड कराया जा रहा है, जिससे डुप्लीकेसी पकड़ में आ जाएगी।
शासन द्वारा परिषदीय स्कूलों के छात्रों का डाटा फीड करने के साथ अब यू डायस डाटा में प्राइवेट स्कूलों के बच्चों एवं शिक्षकों का डाटा फीड किया जा रहा है। शासन की मंशा है कि इससे पात्र छात्रों की संख्या सामने आएगी। वहीं विभाग द्वारा अब यूनिफॉर्म, स्वेटर एवं जूते की धनराशि भी अभिभावकों के खाते में दी जा रही है। इसके चलते गांव देहात के कई अभिभावक अपने बच्चों का दाखिला सरकारी स्कूल में भी करा देते हैं। जबकि इन बच्चों को कई प्राइवेट स्कूलों में पढ़ाते हैं, लेकिन सरकार से डीबीटी के तहत मिलने वाली धनराशि को पाने के लिए इस तरह का कार्य करते हैं। इधर शिक्षक भी छात्रों को उपस्थित दर्शाते रहते हैं। अब प्राइवेट स्कूलों के छात्रों के आधार भी फीड हो जाने के बाद में इस खेल पर अंकुश लगेगा। एक जैसे आधार पकड़ में आ जाएंगे तो सरकारी धनराशि का भी सदुपयोग हो सकेगा।
अधिकारियों के निरीक्षण में कम मिलते हैं छात्र
बीते दिनों एडी बेसिक ने शिकोहाबाद के स्कूलों का निरीक्षण किया था तो स्कूल में छात्र उपस्थिति काफी कम मिली थी, जबकि हाजिरी रजिस्टर में बीते दिनों की हाजिरी बराबर लगी हुई थी। इस पर उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए जांच कराने के आदेश दिए थे। इस पर विभाग ने भी जांच कमेटी बनाई थी।