अमृत विचार । पल्स पोलियो के प्रस्तावित अभियान के तहत कोई 0 से 5 वर्ष का बच्चा खुराक पीने से वंचित नहीं रहना चाहिए। अभियान में लगाये गये सभी अधिकारी व कर्मचारी अपने कर्तव्यों का निर्वाह निष्ठापूर्वक सुनिश्चित करें। जिन स्कूलों में पल्स पोलियो बूथ होंगे वह 28 मई को खुले रहेंगे।
यह निर्देश जिलाधिकारी शुभ्रान्त कुमार शुक्ल ने शुक्रवार को कलक्ट्रेट गांधी सभागार में आयोजित अभियान की जिला स्तरीय टास्क फोर्स / जिला स्वास्थ्य समिति बैठक की अध्यक्षता करते हुये संबंधित अधिकारियों को दिये। कहा कि कोई बच्चा बूथ पर नही आता है तो उसे चिन्हित कर दूसरे दिन दवा अवश्य पिलायी जाये। ऐसे परिवार को चिन्हित कर उपजिलाधिकारी द्वारा बच्चों को दवा पिलाने के लिये प्रेरित किया जाये। शिक्षकों व आंगनबाड़ी केन्द्रों पर पोलियो ड्राप पिलाये जाने के संबंध में कहा कि आगामी 28 मई को सभी पल्स पोलियो बूथ से संबंधित विद्यालय खोले जाएंगे। रविवार दिनांक 28 मई को जनपद में 825 बूथों पर 2 लाख 75 हजार 375 बच्चों को पोलियों की दवा पिलाने का लक्ष्य है। इसके अतिरिक्त सोमवार 29 मई से शुक्रवार दो जून तक घर-घर जाकर बच्चों को पोलियों ड्राप पिलायी जायेगी। यदि फिर भी कोई बच्चा छूट जाता है या घर से बाहर है तो बी टीम पांच जून को घर-घर जाकर दवा पिलाएगी। बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, समस्त प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक, आदि संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। इनसेट
एनीमिया से निपटने को बालिकाओं को दें आयरन सप्लीमेंट जिलाधिकारी ने कहा कि जो बालिकायें स्कूल नहीं जा रही हैं उनको चिन्हित कर आयरन सप्लीमेंट की उपलब्धता के लिये रोस्टर बनाएं। परिवार नियोजन के कार्यक्रमों का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। अतिकुपोषित बच्चों को चिन्हित कर अस्पताल में भर्ती कर उचित इलाज करवायें, जिससे बच्चों को कुपोषण से मुक्ति मिल सके। डेंगू से बचाव को दवा का छिड़काव व साफ-सफाई कराएं। आयुष्मान गोल्डन कार्ड के कार्यों में ब्लाक स्तर पर निगरानी करते हुये गति लायी जाएं।