वेतन बाधित करते हुए स्पष्टीकरण तलब किया है। यह कार्रवाई नवीन सत्र में नामांकन में रुचि न लेने के कारण हुई है। महानिदेशक स्कूली शिक्षा ने इसका संज्ञान लिया था और संबंधित ब्लाक के खंड शिक्षा अधिकारियों और डीसी सामुदायिक सहभागिता को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए बीएसए को कार्रवाई का निर्देश दिया था। बीएसए ने प्रकरण में जनपद के लापरवाह सभी दस विद्यालयों के समस्त स्टॉफ का वेतन बाधित कर दिया है।
बीएसए अतुल कुमार तिवारी ने बताया कि जनपद के 10 विद्यालय ऐसे मिले हैं जिन्होंने नवीन सत्र में पांच से भी कम नामांकन किया है। ये स्कूल महानिदेशक स्कूली शिक्षा के संज्ञान में आए हैं। उन्होंने बताया कि खलीलाबाद ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय देवरी में केवल तीन नामांकन हुआ है। इसके अलावा यहीं के प्राथमिक विद्यालय बनहइता में दो और सरौली चहारुम में तीन नामांकन ही हुए हैं। इसके अलावा सांथा ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय मुड़िला कला में दो, अतरी नानकार में चार, कंपोजिट विद्यालय परसा माफी में तीन नामांकन हुए हैं।
सेमरियावां ब्लाक प्राथमिक विद्यालय रजापुर सरैया में चार, मेंहदावल में प्राथमिक विद्यालय तुनिहवा में चार, प्राथमिक विद्यालय परसा चौबे में दो और नाथनगर ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय बनियाभार में दो ही नामांकन हुआ है। इन सभी विद्यालयों के प्रधानाचार्य, सहायक अध्यापक का वेतन और अनुदेशकों व शिक्षामित्रों का मानदेय अग्रिम आदेश तक के लिए बाधित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस लापरवाही से यह साबित होता है कि यहां का स्टाफ शिक्षण कार्य में रुचि नहीं ले रहा है जो गम्भीर विषय है।