इण्टर में बढ़ता गया बेटियों की सफलता का फासला
इंटर में वर्षवार छात्राओं की सफलता का अंतर (प्रतिशत)
वर्ष छात्र छात्राएं अंतर
2023 69.34 83 13.66
2022 81.21 90.15 8.94
2020 68.88 81.96 13.08
2019 64.40 76.46 12.06
2018 67.36 78.44 11.08
(नोट 2021 में कोरोना के कारण बोर्ड परीक्षा नहीं हो सकी थी और सभी छात्र-छात्राओं को अगली कक्षा में पदोन्नत कर दिया गया था।)
● हाईस्कूल-इंटर की परीक्षा में हर साल मेरिट में छा रहीं बेटियां
● पिछले साल हाईस्कूल में 91.69 प्रतिशत छात्राएं हुईं थीं उत्तीर्ण
छात्राएं हमेशा से अपनी पढ़ाई-लिखाई को लेकर गंभीर रहती हैं। उनकी सफलता का बढ़ता ग्राफ इसी का उदाहरण है। मेरी शुभकामनाएं।
नीना श्रीवास्तव, पूर्व सचिव यूपी बोर्ड
2023 की इंटर परीक्षा में शामिल 14,07,572 छात्रों में से 9,76,059 जबकि 11,63,430 छात्राओं में से 9,65,658 सफल हुईं
● संजोग मिश्र
प्रयागराज। यूपी बोर्ड की इंटरमीडिएट परीक्षा में बेटियों की सफलता का फासला बेटों की तुलना में बढ़ता जा रहा है। 2023 की इंटरमीडिएट परीक्षा में शामिल 14,07,572 छात्रों में से 9,76,059 (69.34 प्रतिशत) जबकि 11,63,430 छात्राओं में से 9,65,658 (83 फीसदी) सफल हुईं। स्पष्ट है कि छात्रों की तुलना में 13.66 प्रतिशत अधिक छात्राएं पास हुई हैं।
पिछले साल के मुकाबले छात्राओं के पास प्रतिशत में 4.72 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है। 2022 की 12वीं की परीक्षा में 90.15 फीसदी छात्राएं और 81.21 प्रतिशत छात्र पास हुए थे। यानि पिछले साल छात्रों की तुलना में 8.94 प्रतिशत अधिक छात्राएं सफल हुईं थी। उससे पहले भी छात्राओं की सफलता का अंतर 12-13 प्रतिशत था।
इस बार हाईस्कूल की परीक्षा में 86.64 प्रतिशत छात्र तो 93.34 प्रतिशत छात्राओं को सफलता मिली है। बेटियों का पास प्रतिशत बेटों से 6.7 प्रतिशत अधिक है। पिछले साल हाईस्कूल में 91.69 प्रतिशत छात्राएं और 85.25 फीसदी छात्र पास हुए थे। पिछले साल छात्राओं का पास प्रतिशत छात्रों से 6.44 अधिक था। बता दें कि बीते दिनों जारी हुए यूपी बोर्ड के परीक्षा परिणामों में लड़कियों ने बाजी मारी और शीर्ष पर र