लखनऊ, राज्य सरकार ने सरकारी स्कूलों के छात्रों को सेहतमंद बनाने के मद्देनजर बाजरे की रोटी और खिचड़ी देने की तैयारी की है। सप्ताह में कम से कम एक वार की जाने वाली यह कवायद जल्द शुरु कर दी जाएगी।
प्रदेशभर के 1.42 लाख स्कूलों में छात्रों को मोटा अनाज (मिलेट्स) आधारित भोजन परोसे जाने संबंधी प्रस्ताव केंद्र सरकार को दिया गया है। योजना के मुताबिक, मध्याह भोजन में छात्रों को बाजरे की रोटी या खिचड़ी परोसी जाएगी। इसके साथ सब्जी या मूंग की दाल भी दी जाएगी। स्कूल शिक्षा महानिदेशक विजय किरण आनंद के मुताबिक, मध्याह्न भोजन में मोटे अनाज को शामिल करने के संबंध में हम जल्द ही केंद्र सरकार के अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। कक्षा एक से आठ तक के सरकारी और सहायता प्राप्त स्कूलों के लिए मध्याह्न भोजन प्राधिकरण को अनुमानित 62,000 टन मोटा अनाज खरीदने की जरूरत है। वर्तमान में सप्ताह में छह दिन बच्चों को सब्जियों या प्रोटीन के साथ गेहूं या चावल से बने व्यंजन परोसे जाते हैं।
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने हाल में मध्याह्न भोजन कार्यक्रम में बाजरा को शामिल करने की योजना की घोषणा की थी। बाजरा उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार ने भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) को एक प्रस्ताव भी भेजा है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने कहा कि अगर केंद्र सरकार द्वारा प्रस्ताव को मंजूरी दे दी जाती है और आवश्यक मात्रा में खरीद कर ली जाती है, तो गर्मियों की छुट्टियों के बाद योजना जल्द ही लागू हो जाएगी।