देवरिया, उत्तर प्रदेश जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ ने मंगलवार को स्कूल शिक्षा महानिदेशक को संबोधित ज्ञापन डायट प्राचार्य को ज्ञापन सौंपा। इसमें शिक्षकों को वीडियोकालिंग के माध्यम से उपस्थिति से छूट प्रदान करने की मांग की गई। इसे शिक्षकों व विभाग की छवि धूमिल करने वाला बताया।
जिलाध्यक्ष हेमा त्रिपाठी ने कहाकि वीडियो/वॉयस कालिंग के माध्यम विद्यालयों में शिक्षकों की उपस्थिति मानिटरिंग की व्यवस्था की गई है। यह उचित नहीं है। मानिटरिंग के समय पूछे गए प्रश्न आरोप वाचक हैं। इससे शिक्षकों की गरिमा को ठेस पहुंचती है। उन्होंने कहाकि शिक्षकों को निपुण भारत और अन्य शैक्षिक लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए गैर विभागीय कार्यों व गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्त करना आवश्यक है। विद्यालयों में ऑनलाइन कार्यों की अधिकता से शैक्षणिक कार्य प्रभावित हो रहे हैं। शिक्षकों का आधा समय ऑनलाइन डेटा फीडिंग में चला जाता है। इससे पठन पाठन प्रभावित होता है। उन्होंने मांग किया कि विद्यालयों में कम्प्यूटर सहायक की नियुक्त ऑनलाइन कार्यों के लिए किया जाए। इससे शिक्षक पठन पाठन में पर्याप्त समय दे पाएंगे। जिलाध्यक्ष ने कहाकि शिक्षकों की समस्याओं का निस्तारण करने में विभाग ध्यान नहीं दे रहा है। पुरानी पेंशन की बहाली कई राज्यों में हो चुकी है। उत्तर प्रदेश में शिक्षक कर्मचारी पुरानी पेंशन की बाट जोह रहे हैं। यह नैसर्गिक न्याय के विरुद्ध है। विभाग को शिक्षकों की समस्याओं का सम्यक समाधान करना चाहिए। ज्ञापन सौंपने वालों में महामंत्री फणिंद्र मणि त्रिपाठी, संध्या जोशी, देवशरण सिंह आदि शामिल रहे।