रायबरेली। जिले में निपुण की हालत बहुत खराब है। इसमें सुधार लाने के लिए अधिकारियों ने तेजी दिखानी शुरू कर दी है। बीएसए दफ्तर के सभागार में बुधवार को चार घंटे तक चली बैठक में सभी योजनाओं के साथ ही निपुण की समीक्षा भी की गई। निपुण विद्यालय बनाने में कमजोर ब्लाक क्षेत्रों के खंड शिक्षा अधिकारियों के पेंच कसे गए। नगर क्षेत्र, लालगंज, सरेनी, ऊंचाहार में अब तक एक भी विद्यालय निपुण न बनने, खीरों में सिर्फ एक विद्यालय निपुण बनाए जाने पर इन क्षेत्रों के खंड शिक्षा अधिकारियों को फटकार लगाई गई। इन्हें नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण तलब किया जाएगा।
देर शाम तक चली बैठक में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी शिवेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि सभी योजनाओं में अपेक्षित प्रगति नहीं दिखी तो लापरवाह बीईओ जिम्मेदार होंगे। निपुण की प्रगति के बारे में जिला समन्वयक (प्रशिक्षण) नागेंद्र बहादुर सिंह ने रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि अब तक जिले में 196 विद्यालय निपुण चिन्हित किए गए हैं। बैठक में यह भी पाया गया कि डीह, सलोन, सतांव, नगर क्षेत्र एवं बछरावां में बच्चों की उपस्थिति विद्यालयों में बहुत कम है। बीएसए ने बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने के निर्देश देते हुए कहा कि जब बच्चे स्कूल आएंगे, तभी उन्हें निपुण बनाया जा सकेगा। खंड शिक्षा अधिकारी (मुख्यालय) वीरेंद्र कनौजिया समेत सभी बीईओ ओर जिला समन्वयक उपस्थित रहे।
नए बच्चों के दाखिले हों या डीबीटी प्रक्रिया, इसमें भी कई ब्लाक पीछे हैं। जिला समन्वयक (सामुदायिक) डा. संजीव गुप्ता ने डीबीटी और नामांकन की प्रगति प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि लालगंज, सरेनी, दीनशाह गौरा, छतोह, डलमऊ और नगर क्षेत्र की डीबीटी प्रक्रिया 17 से 24 फीसदी तक लंबित है। नए बच्चों के नामांकन में छतोह, गौरा, सरेनी, लालगंज, डीह की स्थिति अच्छी नहीं है। जिला समन्वयक (एमआईएस) अविलय सिंह ने यू-डायस पोर्टल पर विद्यालयों की डाटा फीडिंग की प्रगति प्रस्तुत की। बीएसए ने कहा कि फीडिंग का काम समय से पूरा किया जाए।
कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों की समीक्षा की गई। कहा गया कि अमावां, गौरा, सलोन में छात्राओं के नामांकन पूरे कराए जाएं। जिला समन्वयक विनय कुमार तिवारी ने बताया कि सभी विद्यालयों में 100 फीसदी छात्राओं के दाखिले होने चाहिए। मध्याह्न भोजन से संबंधित मामले भी उठाए गए। अप्रैल महीने का जिन ब्लाकों से रसोइयों के बिल नहीं भेजे हैं, उन्हें जल्दी भेजने को कहा गया। जिला समन्वयक (निर्माण) सत्यम वर्मा ने कायाकल्प के बारे में बताया। बीएसए ने कहा कि स्कूलों में छुट्टी चल रही है। जिन स्कूलों में काम अधूरे हैं, उन्हें बीडीओ व एडीओ से मिलकर पूरे कराए जाएं। कायाकल्प में जितने काम हो चुके हैं, उसकी फीडिंग पोर्टल पर करा दी जाए।