शाहजहांपुर के ददरौल विकासखंड के एक पूर्व माध्यमिक विद्यालय की 13 छात्राओं का यौन शोषण करने के आरोपी कंप्यूटर अनुदेशक के मोहम्मद अली को सोमवार को आखिरकार कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया। बीएसए ने उसकी संविदा भी समाप्त कर दी है। वहीं तथ्यों के छिपाने के आरोप में प्रभारी प्रधानाध्यापक और एक सहायक अध्यापिका को पहले ही निलंबित किया जा चुका है।
छात्राओं के यौन शोषण का मामला 13 मई को सामने आने के बाद ग्रामीणों ने स्कूल में हंगामा किया था। स्कूल के शौचालय से आपत्तिजनक चीजें बरामद होने से गुस्साए ग्रामीणों ने अनुदेशक की पिटाई कर दी थी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामला संभाला था। इस मामले में ग्राम प्रधान लालता प्रसाद की ओर से शहर के खलीलगर्वी के रहने वाले कंप्यूटर अनुदेशक मोहम्मद अली निवासी खलीलगर्वी के अलावा प्रभारी प्रधानाध्यापक अनिल कुमार और सहायक अध्यापक शाजिया के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। इसके बावजूद आरोपियों को जेल न भेजने पर अभिभावकों ने रविवार को थाने पहुंचकर हंगामा किया था।
पुलिस ने आरोपी अनुदेशक को गिरफ्तार कर सोमवार को जेल भेज दिया गया। दूसरी ओर छात्राओं को कड़ी सुरक्षा में राजकीय मेडिकल कॉलेज में भेजा गया। जहां उनका एक्स-रे कराने के साथ ही चिकित्सीय जांच कराई गई। बीएसए ने कंप्यूटर अनुदेशक की सेवाएं समाप्त कर दी हैं। इंचार्ज अध्यापक अनिल और सहायक अध्यापक शाजिया को निलंबित कर दिया है। सीओ तिलहर प्रयांक जैन व बीएसए कुमार गौरव ने गांव पहुंचकर छात्राओं व अभिभावकों के बयान दर्ज किए। बीएसए कुमार गौरव ने बताया कि खंड शिक्षा अधिकारी ददरौल को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।