हरदोई। मान्यता प्राप्त विद्यालयों में एक हजार 16 शिक्षक एक से अधिक विद्यालय में शिक्षण कार्य करते मिले। कई सरकारी स्कूलों के शिक्षक मान्यता प्राप्त स्कूलों में पढ़ाने की बात सामने आई है। यू डायस प्लस डाटा में हकीकत सामने आई है। फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद संबंधित विद्यालयों से जांच पड़ताल कर अवैध शिक्षकों का डाटा डिलीट करने के निर्देश दिए गए हैं।
यू डायस प्लस के तहत कक्षा एक से 12 तक का डाटा ऑनलाइन फीड किया जा रहा है। इनमें विद्यार्थियों के साथ-साथ शिक्षकों को विवरण भी आधार कार्ड के साथ फीड किया जा रहा है। यू डायस प्लस में विद्यार्थियों का डाटा फीड करने में अभी भी विद्यालय लापरवाही कर रहे हैं। अभी तक 343 मान्यता प्राप्त विद्यालयों ने विद्यार्थियों का डाटा फीड नहीं किया है। जिन विद्यालयों का अब तक डाटा फीड किया गया है।
उनमें 1016 शिक्षक ऐसे मिले हैं,जो एक से अधिक विद्यालय में शिक्षण कार्य कर रहे हैं। उनके विवरण एक से अधिक विद्यालयों में आधार कार्ड के साथ दर्ज हैं। जो मान्यता प्राप्त विद्यालयों की हकीकत बयाँ कर रहा है। कई शिक्षकों ऐसे भी मिले हैं, जो सरकारी विद्यालयों में शिक्षण कार्य कर रहे हैं, मगर उनको नाम व विवरण मान्यता प्राप्त विद्यालयों में शिक्षक के रूप में दर्ज हैं। इनमें परिषदीय और कस्तूरबा विद्यालय भी शामिल है।
विभाग की ओर से इस संबंध में संबंधित प्रधानाचार्यों व खंड शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिख कर ऐसे शिक्षकों का डाटा डिलीट करने के निर्देश दिए गए हैं। इससे मान्यता प्राप्त विद्यालयों में खलबली मची हुई है।
बीएसए डॉ. विनीता ने संबंधित विद्यालयों को ऐसे शिक्षकों की जांच करने और जो शिक्षक तैनात नहीं हैं। उनका डाटा डिलीट करने के निर्देश खंड शिक्षा अधिकारी व विद्यालय प्रधानाचार्यों का पत्र लिखकर दिए गए हैं और दो दिन में शुद्ध डाटा अपलोड करने के लिए कहा है।