बरेली, निकाय चुनाव से ड्यूटी कटवाने के लिए कर्मियों के हर रोज आवेदन आ रहे हैं, जिनमें अलग-अलग तर्क दिए जा रहे हैं। 7 अप्रैल को विवाह बंधन में बंधने वाली एक महिला बैंक कर्मी ने हनीमून पर जाने के लिए शनिवार को विकास भवन प्रभारी कार्मिक अधिकारी से चुनाव ड्यूटी से मुक्त करने को कहा लेकिन उसका आवेदन खारिज कर दिया गया।
आवेदन के साथ बैंक कर्मी ने मलेशिया के लिए बुक किया हवाई यात्रा का टिकट भी दिया, लेकिन चुनावी ड्यूटी निरस्त नहीं की गई। इसी तरह कई कर्मियों ने तरह-तरह की बीमारी बताकर आवेदन किए। किसी ने लिखा शुगर कम ज्यादा होने से चक्कर आते हैं, मेरी बच्ची छोटी है तो कोई बोला उसे इंसुलिन लेना पड़ता है। डॉक्टर ने आराम की सलाह दी है। कार्मिक अधिकारी ने इन आवेदनों को नामंजूर कर दिया है। जिले में 11 मई को वोटिंग होगी। मतदान प्रक्रिया को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए विभिन्न विभागों के करीब छह हजार कर्मचारियों की सूची तैयार की गई है।
मेडिकल बोर्ड तक पहुंचते ही फेल हो जाती फाइल
चुनावी ड्यूटी कटवाने पहुंची भीड़ में कई महिलाएं खुद को गर्भवती बताती दिखीं तो कई पुरुष कार्मिक उन्हें लंबी बीमारी होने की बात कहते दिखे। इसकी पुष्टि के लिए उनके पास बाकायदा एक मेडिकल • फाइल भी थी। हालांकि यह फाइल सीडीओ की ओर से गठित मेडिकल बोर्ड के पास जाते ही फेल हो जाती। यही नहीं कुछ कर्मचारी विकास भवन के बाबुओं से सेटिंग करके ड्यूटी कटवाने में जुटे रहे, लेकिन, कार्मिक अधिकारी की सख्ती के चलते उनकी पैरवी किसी स्तर पर काम नहीं आई। सीडीओ ने भी साफ कहा दिया कि बहानेबाजी करने वाले कार्मिकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।