केंद्र सरकार ने केंद्रीय हिंदी निदेशालय द्वारा दिए जाने वाले शिक्षा पुरस्कार और अन्य पुरस्कार समाप्त कर दिए हैं।
अधिकारियों का कहना है कि भाषा के लिए दिए जाने वाले विभिन्न पुरस्कारों को युक्तिसंगत बनाने के लिए यह फैसला किया गया है। केंद्रीय हिंदी निदेशालय द्वारा 17 मई को इस संबंध में आदेश जारी कर सभी संबंधित पक्षों को जानकारी दी गई है।
भाषा प्रभाग, उच्चतर शिक्षा विभाग, शिक्षा मंत्रालय के निर्देश का हवाला देते हुए कहा गया है, भारत सरकार ने केंद्रीय हिंदी निदेशालय द्वारा शिक्षा पुरस्कार योजना एवं हिंदीतर भाषी हिंदी लेखक पुरुस्कार योजना के तहत दिए जाने वाले पुरस्कारों को समाप्त करने का निर्णय किया है। इसके पहले गृह मंत्रालय के निर्देश का हवाला देते हुए कहा गया था कि विभिन्न भाषाई संस्थानों द्वारा दिए जाने वाले पुरस्कारों और राष्ट्रपति पुरस्कार को युक्तिसंगत बनाने की प्रक्रिया के तहत विचार विमर्श किया गया। विचार विमर्श के बाद केंद्रीय हिंदी निदेशालय द्वारा दिए जाने वाले पुरस्कार को समाप्त करने का निर्णय हुआ है।
दरअसल, सरकार चाहती है कि भाषा के नाम पर दिए जाने वाले पुरस्कार की प्रक्रिया में बदलाव हो और विभिन्न स्तरों पर दिए जाने वाले पुरस्कार की समीक्षा करके उन्हें युक्तिसंगत बनाया जाए।