डीएलएड परीक्षा देने वाले कुछ प्रशिक्षु नकल में इतने मगन हो गए कि कॉपी पर दूसरे का रोल नंबर तक उतार डाला। जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थानों (डायट) में एक अभ्यर्थी की दो-दो कॉपी पहुंच गई, जबकि नकल करने वाले की कॉपी न मिलने पर उसे अनुपस्थित कर दिया गया। ऐसे 18 मामलों की जांच चल रही है।
परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय एलनगंज ने डीएलएड 2021 प्रथम सेमेस्टर का रिजल्ट बीते साल 11 अगस्त को घोषित किया था। स्क्रूटनी परिणाम 30 जनवरी को आया। डायट में मूल्यांकन के दौरान प्रथम सेमेस्टर के 18 अभ्यर्थियों की दो-दो कॉपी मिली। जांच में पता चला कि कुछ प्रशिक्षु ऐसे थे जो अगल-बगल बैठे थे और नकल के चक्कर में दूसरे का रोल नंबर भी उतार डाला। कुछ ऐसी भी कॉपियां मिलीं, जिनके परीक्षा बाद जमा होने की आशंका है।
निजी कॉलेजों ने अलग से जमा कर दीं कॉपियां
पिछले साल गाजीपुर के निजी कॉलेज ने चार कॉपियां अलग से जमा कर दी गई थी। कक्ष निरीक्षक के हस्ताक्षर भी अलग थे। डायट के लोग जांच को पहुंचे थे पर कॉलेज के जिम्मेदार नहीं आए। बरेली के एक कॉलेज ने भी 45 कॉपियां बाद में यह कहते हुए भेज दी थी कि बंडल बनाते छूट गई। बाद में ये अलग विषयों की निकलीं।