कुशीनगर। कोरोना काल की तरह गर्मी की छुट्टी में परिषदीय बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने एक नई पहल शुरू की है। विभाग शिक्षकों से ऑनलाइन प्लेटफार्म का सहारा ग्रीष्मावकाश में बच्चों को शिक्षा से जोड़ने की अपील की है। ऑनलाइन माध्यम से शिक्षा देने वाले शिक्षकों को विभाग ग्रीष्मावकाश बाद उत्कृष्ट शिक्षक से नवाजेगा तथा इनके कार्यों को जिला समन्वयक प्रशिक्षण मॉनीटरिंग करेंगे। इससे बच्चे लाभान्वित होंगे।
बेसिक शिक्षा परिषद से जिले में 2464 विद्यालय संचालित हैं। इन स्कूलों में करीब सवा तीन लाख बच्चों का नामांकन है। पिछले 20 मई से आगामी 15 जून तक सभी परिषदीय स्कूलों में गर्मी की छुट्टी चल रही है। ग्रीष्मावकाश में स्कूल बंद हैं। ऐसे में बच्चे पढाई से कटकर अपने रिश्तेदार समेत लगन आदि के कार्यक्रमों में व्यस्त है। लगातार छुट्टी होने से बच्चे शिक्षा से कट जाते हैं। उन्हें शिक्षा से जोड़ने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने एक पहल शुरू की है। बीएसए डॉ. रामजियावन मौर्य ने बेसिक के सभी शिक्षकों से अपील किया है कि कोरोना काल की तरह छुट्टी के दौरान स्कूली बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए ऑनलाइन उपकरणों का सहारा लेकर समाज के लिए कुछ बेहतर करें। व्हाट्सअप आदि ग्रुप बनाकर उसमें वीडियो, फोटो आदि शेयर कर बच्चों को शिक्षा से जोड़े रखें। इससे कि बच्चों में स्कूल से प्राप्त हुये ज्ञान विस्मृत न हो सके तथा दोबारा स्कूल लौटने पर शिक्षकों को ज्यादा मेहनत न करना पड़ा। इसकी मानीटरिंग के लिए जिला समन्वयक सामुदायिक सहभागिता एवं प्रशिक्षण सत्येंद्र मौर्य को नियुक्त किया है। ग्रीष्मावकाश के दौरान बेहतर काम करने वाले शिक्षकों को सम्मानित कर प्रोत्साहित किया जायेगा।
ग्रीष्मावकाश में बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए ऑनलाइन प्लेटफार्म का सहारा लेकर कोरोना काल की तरह कार्य करने की अपील शिक्षकों से किया गया है। इस दौरान बेहतर काम करने वाले शिक्षकों को मंच के माध्यम से उत्कृष्ट शिक्षक के रूप में सम्मानित किया जायेगा।
डॉ. रामजियावन मौर्य, बीएसए