प्रयागराज । समकक्ष अर्हता स्पष्ट न होने के कारण उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की कई महत्वपूर्ण भर्तियां अटकी हुई हैं। आयोग की ओर से कई बार पत्र भेजे जाने के बाद शासन स्तर से जल्द ही इस बारे में दिशा-निर्देश जारी किए जा सकते हैं। अर्हता स्पष्ट होते ही एक साथ कई भर्तियां आएंगी। इसमें दो से तीन माह का वक्त लग सकता है।
अर्हता स्पष्ट न होने के कारण 6900 पदों पर भर्तियां फंसी हैं। हाईकोर्ट के आदेश पर आयोग ने संबंधित विभागों और शासन को समकक्ष अर्हता स्पष्ट किए जाने के लिए पत्र लिखा है। अर्हता के विवाद के कारण एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती,अपर निजी सचिव (एपीएस) भर्ती, समीक्षा (आरओ) / सहायक अधिकारी (एआरओ) अधिकारी (एआरओ) भर्ती, प्रवक्ता भर्ती समेत के दूसरी भर्तियों के विज्ञापन अटके हुए हैं।
विभागों और शासन की ओर से स्थिति स्पष्ट न किए जाने के कारण प्रमुख भर्तियों पर ब्रेक लग गया है जबकि इन सभी भर्तियों के लिए पदों का अधियाचन आयोग को काफी पहले ही मिल चुका है। आयोग ने अपने स्तर से भर्तियां शुरू करने की तैयारी कर रखी है और अब समकक्ष अर्हता स्पष्ट होने का इंतजार है। अर्हता स्पष्ट होते ही नई भर्तियों का विज्ञापन जारी कर दिया जाएगा।
आयोग के सूत्रों का कहना है कि जिन भर्तियों में समकक्ष अर्हता का विवाद है, उन्हें आयोग के कैलेंडर में शामिल नहीं किया गया, लेकिन समीक्षा तैयारी यही है कि जितने पदों के लिए अधियाचन मिल चुके हैं, अर्हता स्पष्ट होते ही उन पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी जाए। दो से तीन माह में इन सभी भर्तियों में समकक्ष अर्हता को लेकर स्थिति स्पष्ट होने की उम्मीद है।