प्रयागराज। प्रदेश के राजकीय और अशासकीय सहायता प्राप्त यानी एडेड संस्कृत विद्यालयों में शिक्षकों की कमी जल्द पूरी होगी। इन शिक्षकों की नियुक्ति अस्थायी रूप से मानदेय पर होगी। विभाग की तरफ से भर्ती के लिए निर्देश जारी करने की तैयारी शुरू हो गई है। इससे संस्कृत विद्यालयों में शिक्षकों का टोटा खत्म हो जाएगा।
सूबे में संस्कृत को बढ़ावा देने और संस्कृत को सामान्य भाषा के रूप में अपनाने के लिए सरकार की तरफ से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। यहीं कारण है कि सूबे दस नए संस्कृत विद्यालय खोलने के लिए भी तैयारी चल रही है।