UPSC 2022 के फ़ाइनल नतीजे हाल ही में घोषित किए गए हैं. जिनमें IAS समेत विभिन्न सेवाओं के लिए कुल 933 उम्मीदवारों का चयन किया गया है. इनमें से तक़रीबन 150 पद आईएएस के लिए हैं. लेकिन अगर बात करें कि देश में किन राज्यों में सबसे ज़्यादा आईएएस-IAS निकले हैं, तो उससे जुड़े आंकड़े हम आपको यहां बताने जा रहें हैं.
यूपीएससी ने 933 युवाओं को आईएएस सहित विभिन्न सेवाओं में चयनित किया है। इनमें भी करीब 150 युवा आईएएस के लिए चयनित होंगे, जिनमें से 26 युवा राजस्थान से हैं।
हमने एक्सपट्र्स के माध्यम से एनालिसिस किया तो सामने आया कि इस बार ही नहीं, हर बार राजस्थान का प्रदर्शन शानदार रहता है।
राजस्थान देश के तीन सबसे ज्यादा आईएएस अफसर देने वाले राज्यों में शामिल है। पहला नंबर उत्तरप्रदेश का और दूसरा नंबर बिहार का है। 1951 से 2021 तक 70 साल में उत्तरप्रदेश के 717, बिहार के 452, राजस्थान के 322 युवाओं का आईएएस में चयन हुआ है।
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार 1951 से लेकर 2021 तक 70 सालों में देश में सबसे ज़्यादा आईएएस उत्तर प्रदेश से निकले हैं. 2021 तक यूपी के कुल आईएएस अधिकारियों की संख्या 717 है. वहीं दूसरे नंबर पर बिहार आता है, जहां से 452 आईएएस निकले हैं. तीसरे नंबर पर राजस्थान है, यहां से 322 उम्मीदवारों का चयन आईएएस पद के लिए हुआ है
तमिलनाडु चौथे स्थान पर
इसके बाद तमिलनाडु का नंबर आता है, जिसने देश को 318 आईएएस अधिकारी दिए हैं. वहीं आंध्र प्रदेश से 314 आईएएस अफ़सर निकले हैं. इसके बाद नंबर आता है महाराष्ट्र का, जहां से 253 आईएएस अधिकारी हैं. वहीं पंजाब से 232, दिल्ली से 211 आईएएस निकले हैं. 9वें नंबर पर हरियाणा है, जिसने 190 आईएएस अधिकारी दिए हैं. वहीं टॉप-10 में अंतिम स्थान पर आता है मध्यप्रदेश, जहां से 183 आईएएस अफ़सर निकले हैं.
इस साल भी मिलेंगे नए अधिकारी
UPSC 2022 का रिजल्ट भी घोषित कर दिया गया है. अब उम्मीदवारों के प्राथमिकता के आधार पर उन्हें पोस्ट आवंटित की जाएंगी. ऐसे में कुछ आईएएस अधिकारी देश को मिल जाएंगे. कुल 933 उम्मीदवार चयनित किए गए हैं, इनमें से कई पद आईएएस के लिए भी हैं. बता दें कि इस साल दिल्ली एनसीआर की इशिता किशोर ने UPSC परीक्षा में टॉप किया है.
टॉप – 10 राज्य
अगर आईएएस देने के मामले में टॉप 10 राज्यों की बात करें तो, उनके नाम और 2021 तक कुल आईएएस की संख्या कुछ इस प्रकार है-
उत्तर प्रदेश – 717
बिहार – 452
राजस्थान – 322
तमिलनाडु – 318
आंध्र – प्रदेश – 314
महाराष्ट्र – 253
पंजाब – 232
दिल्ली – 211
हरियाणा – 190
मध्य प्रदेश -183