सीतापुर। छुट्टा जानवर खेतों में खड़ी फसलों को बर्बाद कर रहे हैं जिससे किसानों को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है। शुक्रवार को विकास खण्ड बिसवां के पैंदापुर गांव के किसानों का गुस्सा फूट पड़ा। किसानों ने लाठी-डंडा लेकर खेतों में घूम रहे 50 से अधिक किसानों को खदेड़कर गांव में बने प्राथमिक विद्यालय में बंद कर दिया। ग्रामीणों ने लाठी-डंडा लेकर स्कूल के बाहर प्रदर्शन भी किया और अधिकारियों को इसकी सूचना दी।
पैंदापुर के किसानों का कहना है कि छुट्टा जानवरों को लेकर किसी भी स्तर से सुनवाई नहीं हो रही है। इसी से आजिज आकर किसानों ने शुक्रवार को करीब 50 छुट्टा पशुओं को अपने खेतों से खदेड़ गांव के प्राथमिक विद्यालय में बंद कर किया। ग्रामीणों का कहना है कि छुट्टा पशुओं की वजह से उनकी फसलें बर्बाद हो रही हैं। ग्रामीणों की मांग है कि प्रशासन इन छुट्टा पशुओं को गोशाला भिजवाया जाए। खेतों में घूम रहे अन्य पशुओं को भी पकड़ा जाए वरना किसान बर्बाद हो जाएगा।
गांव के किसान कमलेश, दयाराम, राम रतन, जुबेर, दिलीप, हरेराम, दुल्लन, सुमित आदि ने कहा कि आवारा पशु अब फसल तो नष्ट करते ही हैं, साथ में खेत की रखवाली करने गए किसानों पर हमला करने लगे हैं जिससे नाराजगी के कारण ही आज एक कदम मजबूरी में उठाना पड़ा। मामले की जानकारी मिलते ही मौके पर पंचायत सचिव अंबिका प्रसाद पहुंचे और उन्होंने गांव से ही ट्रैक्टर ट्राली मंगाकर पशुओं को पड़ोसी ग्राम पंचायतों में बने गौशालाओं में भिजवाने की कयावद शुरू कराई है।
भुइयाकलां के ग्रामीणों ने भी बंद किए मवेशी विकास खण्ड बिसवां क्षेत्र के भुइलाकलां के ग्रामीणों ने भी गांव में बने विद्यालय में छुट्टा मवेशियों को खदेड़कर बंद कर दिया और जमकर प्रदर्शन किया।
इसकी सूचना ग्रामीणों ने अधिकारियों व पुलिस को दी। मौके पर मानपुर थाने की पुलिस पहुंची और ग्रामीणों को समझा बुझाकर स्कूल में बंद मवेशियों को छुड़वाया। ग्रामीणों ने इन मवेशियों को गोशाला भिजवाए जाने की मांग की है।
जिले में दर्जनभर से अधिक लोगों की हो चुकी मौतें आवारा पशु हिंसक हो गए हैं। खेतों से जानवरों को खदेड़ने पर वह किसानों पर हमलावर हो जाते हैं।
आवारा पशुओं के हमले में एक वर्ष के भीतर जिले में दर्जनभर से अधिक मौतें हो चुकी हैं। विकास खण्ड कसमंडा क्षेत्र में अभी हाल में एक किसान की आवारा सांड़ के हमले में मौत हो गई थी।
गोंदलामऊ और लहरपुर क्षेत्र में आवारा पशुओं के हमले में महिला सहित किसानों की मौत हो गई है। दर्जनों लोग घायल हुए हैं। अस्पतालों में लाखों रुपये खर्च करने के बाद कहीं घायलों की जान बच सकी। यह आवारा जानवर सड़कों पर भी खुलेआम घूम रहे हैं जिससे आए दिन वाहन चालक इनसे टकरा जाते हैं और घायल हो जाते हैं।
सीतापुर-लखनऊ हाईवे सहित लिंग मार्गों पर छुट्टा जानवर विचरण करते देखे जा सकते हैं।