लखीमपुर। बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षकों की अन्तर्जनपदीय तबादला प्रक्रिया चल रही है। ऑनलाइन आवेदन के बाद शिक्षक अब बीएसए कार्यालय में पत्रावली जमा करने को उमड़ रहे हैं। 2983 शिक्षकों ने अपने गृह जनपद या आसपास के जिले में जाने के लिए आवेदन किया है। खास बात यह है कि इसमें करीब साढ़े सात सौ शिक्षक ऐसे हैं, जिन्होंने भारांक के लिए कागज लगाए हैं। इनमें करीब तीन सौ आवेदन बीमारी वाले भी हैं। ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब बीएसए जांच करके शिक्षकों का डाटा लॉक करेंगे। खीरी जिले में करीब साढ़े छह हजार शिक्षक बेसिक शिक्षा विभाग के प्राथमिक स्कूलों में तैनात हैं। इनमें से करीब आधे शिक्षकों ने अन्तजर्नपदीय तबादला के लिए आवेदन कर दिया है। ऑनलाइन आवेदन के बाद शिक्षक अब अपनी पत्रावली बीएसए कार्यालय में जमा करने के लिए उमड़ रहे हैं। शुक्रवार को भी सैकड़ो शिक्षक अपनी पत्रावली लेकर बीएसए कार्यालय पहुंचे। इनमें कुछ ऐसे शिक्षक भी थे जिन्होंने ऑनलाइन आवेदन किया था लेकिन उनसे कुछ गलती हो गई तो संशोधन कराने के लिए पहुंचे थे। सभी की पत्रावलियां जमा कर ली गई हैं। शिक्षकों ने भारांक के लिए जो प्रपत्र लगाए हैं उनकी जांच भी कराई जा रही है। वहीं बताया जाता है कि शिक्षकों के तबादले करीब 10 प्रतिशत ही होने हैं। ऐसे में आवेदन करने वाले शिक्षक सोर्स सिफारिशें भी लगा रहे हैं जिससे अपने गृह जनपद को जा सकें। बताते चलें कि बीएसए को 18 जून तक शिक्षकों का डाटा लॉक कर देना है।
मेडिकल बोर्ड किया गया गठित
बीएसए डॉ.लक्ष्मीकांत पाण्डेय ने बताया कि जिन शिक्षकों ने अन्तर्जनपदीय तबादला के लिए आवेदन किया है और भारांक के लिए पति, पत्नी, बच्चों की बीमारी का प्रमाणपत्र लगाया है, उनके प्रमाणपत्रों की जांच कराई जाएगी। साथ ही सीएमओ की अध्यक्षता में एक मेडिकल बोर्ड गठित किया गया है। यह मेडिकल बोर्ड परीक्षण के बाद अपनी रिपोर्ट लगाएगा। बीएसए ने यह भी बताया कि अगर किसी शिक्षक ने कूटरचित या गलत अभिलेख प्रस्तुत किए हैं तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।