सोनभद्र प्रदेश सरकार ने बेसिक शिक्षकों के अंतरजनपदीय तबादले के लिए आनलाइन आवेदन तो करा लिये लेकिन विभागीय नियमों ने शिक्षकों को मायूस कर दिया है। विभाग ने तय किया है कि जिले से उतने ही शिक्षक गैर जनपद जाएंगे, जितने बाहर यहां आएंगे। हालांकि यह संख्या भी निर्धारित है।
जिले से शिक्षकों के स्थानांतरण की अधिकतम सीट भी निर्धारित है। प्रधानाध्यापक पद के अधिकतम 41 और सहायक अध्यापक अधिकतम 307 शिक्षक जाएंगे लेकिन वर्तमान में आवेदन की जो स्थितियां हैं, उससे शिक्षक मायूस हैं। उन्हें कम ही उम्मीद है कि तबादला गैर जनपद हो पाएगा। असाध्य रोग वाले करीब 70 शिक्षकों के स्वास्थ्य प्रमाण पत्र की जांच भी विभागीय स्तर पर लगभग पूरी कर ली गई है, लेकिन विभाग ने मेडिकल बनवाने वाले के स्वास्थ्य की जांच डाक्टरों की टीम गठित कर नहीं कराया।
पिछड़े जिले में ज्यादातर कार्यरत हैं गैर जिलों के शिक्षक देश के अति पिछड़े जिलों में शामिल सोनभद्र के परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत ज्यादातर शिक्षक गैर जनपदों के हैं। उसमें पश्चिम के तमाम शिक्षक हैं। सरकार की जब तबादला नीति जारी हुई तो इन शिक्षकों को उम्मीद जगी कि इस बार आकांक्षी जिले से उनका स्थानांतरण हो जाएगा, लेकिन उनकी उम्मीदों पर अब पानी फिरता प्रतीत हो रहा है।
शिक्षकों का कहना है कि जब जितने आएंगे उतने जाएंगे की तर्ज पर तबादला होगा तो सोनभद्र में तैनात शिक्षकों को कोई फायदा नहीं।
शिक्षकों के अंतरजनपदीय तबादले की प्रक्रिया चल रही है। जितने शिक्षक गैर जनपदों से यहां आएंगे, उतने का ही यहां से तबादला होगा। इस पर अभी निदेशालय से और भी गाइड लाइन आ सकती है।
- हरिवंश कुमार, वीएसए, सोनभद्र।