कानपुर (एसएनबी)। चार वर्षों बाद आई अन्तरजनपदीय स्थानांतरण प्रक्रिया को लेकर परिषदीय शिक्षकों ने नाराजगी जताई है। स्थानांतरण कोटा बढ़ाने की मांग की है। उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिवार एसोसिएशन द्वारा चार वर्ष बाद आई परिषदीय शिक्षकों की अंतरजनपदीय स्थानांतरण प्रक्रिया की शुरुआत पर हर्ष जताया गया।
लेकिन इसके कुछ बिन्दुओं पर नाराजगी भी जताई। पॉलसी का अधिकतम शिक्षकों को लाभ न मिल पाने कर रोष जताया। एसो. के संयोजक अनुग्रह त्रिपाठी ने कहा कि यह योजना चार वर्षों बाद आई है। अंतरजनपदीय स्थानांतरण प्रक्रिया से हजारों शिक्षकों के अपने गृह जनपद पहुंचने की आशा जगी है। लेकिन स्थानांतरण कोटे को लेकर शिक्षकों में असंतोष है। शासन द्वारा इसके लिए तय किया गया 10 प्रतिशत स्थानांतरण कोटा अत्यधिक कम है। इसे कम से कम बढ़ाकर 20 प्रतिशत किया जाए।
इसके अलावा कई वर्षो से अपने गृह जनपदों से दूर पुरुष शिक्षकों के लिए कोई प्रावधान नहीं किया जाना भी न्याय संगत नहीं है। लिहाजा पुरुष शिक्षकों के लिए भी शासन किसी विशेष कोटे का प्रावधान करे, ताकि अंतरजनपदीय स्थानांतरण का लाभ अधिकतम शिक्षकों तक पहुंचे। यह मांग करने वालों में के. के यादव, दीपक शर्मा, विक्रमादित्य सिंह, सचिन बौद्ध, केसी सोनकर, विवेकानन्द पाण्डेय, विमल प्रताप सिंह, चित्र कुमार सिंह, इन्दु प्रकाश व संजीव कुमार आदि रहे।