लखनऊ। प्रदेश भर के जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों (डायट) की अब ग्रेडिंग की जाएगी। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) ने मानक निर्धारित किए हैं। इसके आधार पर डायट की उत्कृष्ट, अति उत्तम, उत्तम और संतोषजनक श्रेणी में बांटा जाएगा। वहीं, जो इसमें पिछड़ी होंगी, उनको बेहतर करने के लिए काम किया जाएगा।
एससीईआरटी ने प्रदेश में बेसिक के साथ-साथ माध्यमिक शिक्षा की बेहतरी के लिए काम करना शुरू कर दिया है। इसके तहत वह पहले से डायट का संचालन व मॉनिटरिंग कर रही है। इसे और बेहतर करने के लिए सभी डायट का मूल्यांकन कराने का निर्णय लिया है। इसके लिए 100 अंक का मूल्यांकन कार्ड तैयार किया गया है। इसके तहत संस्थान के अकादमिक, प्रशासनिक व आधारभूत सुविधाओं का लक्ष्य तय किया गया है।
अकादमिक लक्ष्य में निपुण सेल के गठन, निपुण लक्ष्य को प्राप्ति शिक्षक प्रशिक्षण कार्यशाला वार्षिक कैलेंडर, मानव संपदा पोर्टल पर कार्यवाही, नवाचार, ई-कंटेंट व वीडियो निर्माण, शिक्षक संकुल की बैठक, ईको क्लब के गठन, शोभ कार्य, जागरूकता कार्यक्रम आदि शामिल किया गया है। एससीईआरटी के संयुक्त निदेशक डॉ. पवन सचान ने बताया कि प्रशासनिक लक्ष्य में आईजीआरएस, न्यायालय में चल रही याचिकाओं के निस्तारण, डायट के सोशल मीडिया अकाउंट व वेबसाइट की स्थिति शामिल है। इन सभी के आधार पर डायट को ग्रेडिंग की जाएगी।
ग्रेडिंग के मानक
90 से 100 प्रतिशत तक उत्कृष्ट (ए)
89 से 75 प्रतिशत तक अति उत्तम (बी)
74 से 60 प्रतिशत तक उत्तम (सी)
60 प्रतिशत से कम संतोषजनक सुधार अपेक्षित (डी)
इस तरह मिलेंगे अंक
■ अकादमिक लक्ष्य के लिए निर्धारित अंक-65
प्रशासनिक लक्ष्य के लिए निर्धारित अंक- 10.
■ आधारभूत सुविधाओं के लिए निर्धारित अंक-25