मौसम विभाग के अनुसार मानसून अब उत्तर प्रदेश पर मेहरबान होगा। अगले दो दिन प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य और कहीं-कहीं भारी बारिश होने का अनुमान जताया गया है। 27 जून को भी राज्य में हल्की से सामान्य बारिश की उम्मीद है।
आंचलिक मौसम विज्ञान केन्द्र के मौसम विज्ञानी अतुल कुमार सिंह के अनुसार दक्षिणी-पश्चिमी मानसून पूर्वांचल से अब पश्चिमी उ.प्र.की ओर बढ़ चला है। अगले दो दिनों में यह पूरे उत्तर प्रदेश को अपने दायरे में ले लेगा इस बात के पूरे आसार बन गये हैं। उन्होंने बताया कि मानसून पूर्वांचल में सिद्धार्थनगर से अब बिजनौर व सहारनपुर के आसपास केन्द्रित हो चुका है। मानसून की ट्रफ लाइन महाराष्ट्र में अलीबाग, उदयगीर, नागपुर, माडला, उत्तर प्रदेश में सोनभद्र, बिहार में बक्सर, उत्तर प्रदेश में सिद्धार्थनगर, उत्तराखंड में पंतनगर, यूपी में बिजनौर से होकर गुजर रही है। शनिवार को प्रदेश में सबसे अधिक 10 सेंटीमीटर बारिश बिजनौर के नगीना में दर्ज की गयी। इसके अलावा सोनभद्र के राबर्ट्सगंज में पांच, प्रयागराज, बिजनौर के धामपुर, मुरादाबाद के कांठ में चार-चार, प्रयागराज के बारा में तीन, प्रयागराज के करछना, सहारनपुर, गढ़मुक्तेश्वर, नजीबाबाद में दो-दो, बेहट व चोपन में एक-एक सेंटीमीटर बारिश रिकार्ड की गयी।
धान की रोपाई के लिए मुफीद समय
कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को सलाह दी है कि बारिश शुरु हो रही है और किसान धान की नर्सरी तैयार है, अगले दो से तीन दिन में धान की रोपाई शुरू कर दी जाए। राज्य में इस बार 59.60 लाख हेक्टेयर में धान की रोपाई होनी है। कृषि वैज्ञानिक डा.सी.पी.श्रीवास्तव के अनुसार अगर कुछ इलाकों में दिन का तापमान ज्यादा हो रहा है वहां रात में नर्सरी का पानी बदल दें। बाकी 40 हजार हेक्टेयर में मोटे अनाज की उपज ली जाएगी। उन्होंने बताया कि पिछले खरीफ सत्र के मुकाबले इस बात सात लाख हेक्टेयर रकबा बढ़ाया गया है जिसमें मोटे अनाज के अलावा दलहन व तिलहन की फसलों को बढ़ाया जाएगा।