लखनऊ, । उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा सोमवार को ग्राम विकास अधिकारी (वीडीओ), ग्राम पंचायत अधिकारी के 1953 पदों पर आयोजित पुनर्परीक्षा में नकल के दौरान 99 सॉल्वर पकड़े गए। इन पर एफआईआर दर्ज कराई गई है। 14 को एसटीएफ ने दबोचा है।
आयोग अध्यक्ष प्रवीर कुमार ने बताया कि वीडीओ भर्ती पुनर्परीक्षा के लिए 20 जिलों में 737 केंद्र थे। नकलचियों को पकड़ने के लिए ‘फेस रिकग्निशन सॉफ्टवेयर’ की मदद ली गई। पहली पाली में 12, दूसरी पाली में 87 को नकल करते हुए पकड़ा गया। आजमगढ़ दो, आगरा चार, अलीगढ़ 11, अयोध्या एक, बांदा पांच, बरेली चार, बस्ती एक, गौतमबुद्धनगर तीन, गाजियाबाद 14, गोंडा एक, गोरखपुर पांच, झांसी एक, कानपुर नगर 14, लखनऊ 13, मेरठ तीन, मिर्जापुर चार, मुरादाबाद दो, प्रयागराज दो और वाराणसी में नौ को पकड़ा गया है। मेरठ में बिहार का एक युवक दूसरे की जगह परीक्षा देते पकड़ा गया। गोरखपुर के चार केंद्रों पर पांच सॉल्वर पकड़े गए। मिर्जापुर के अलग-अलग केंद्रों से चार फर्जी परीक्षार्थियों और ब्लू टूथ लगाकर परीक्षा दे रहे एक नकलची को पकड़ा गया। बताया कि मंगलवार की परीक्षा के लिए कड़े इंतजाम किए गए हैं।
खुलासा आठ से 12 लाख रुपये में हुई थी डील
लखनऊ। एसटीएफ ने आजमगढ़ के मानपुर गांव के राहुल यादव को लखनऊ से गिरफ्तार किया। पूछताछ में राहुल ने बताया कि आजमगढ़ के कमलेश से आठ लाख में सौदा हुआ था। शनिवार को उसने डिवाइस दी। एसटीएफ लखनऊ टीम ने लखनऊ के गाजीपुर थाना क्षेत्र स्थित सरस्वती कॉलेज से मनोज यादव और कमलेश यादव नाम के सॉल्वर को गिरफ्तार किया। मनोज ने बताया कि उसे 12 लाख में परीक्षा पास कराने का भरोसा दिया गया था।