बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों के एक जिले से दूसरे जिले के परस्पर तबादले के लिए भी पोर्टल जल्द शुरू किया जाएगा। सामान्य तबादलों में सफल न होने वाले शिक्षकों के लिए भी अपने जिले में जाने का यह अवसर होगा।
बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल की ओर से सभी बीएसए को भेजे पत्र में कहा गया है कि एनआईसी जल्द ही एक जिले से दूसरे जिले के परस्पर तबादले के लिए पोर्टल लाइव करने जा रहा है। ऐसे में इससे संबंधित आवश्यक तैयारी पूरी कर लें। वहीं शिक्षकों को भी इससे जुड़ी आवश्यक तैयारी व कागजात पूरा करने के लिए कहा गया है। इस क्रम में कुछ जिलों में आवश्यक प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
खाली पदों के सापेक्ष ही किए गए तबादले
बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से हाल ही में गए एक से दूसरे जिले में किए गए तबादलों को लेकर स्पष्टीकरण जारी किया गया है। विभाग ने कहा है कि यह भ्रम फैलाया जा रहा है कि लखनऊ, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद में खाली पदों के बिना तबादले किए गए हैं।
जबकि लखनऊ में प्राथमिक विद्यालय में ग्रामीण क्षेत्र में प्रधानाध्यापक के 50, नगर क्षेत्र में प्रधानाध्यापक के दो व सहायक अध्यापक के 24 पद खाली थे। इसी तरह उच्च प्राथमिक विद्यालय में ग्रामीण क्षेत्र में प्रधानाध्यापक के 12, नगर क्षेत्र में सहायक अध्यापक के छह पद खाली थे। इस तरह कुल 94 पद खाली थे। जबकि यहां आने वालों की संख्या 70 है। यही स्थिति अन्य जिलों को लेकर भी है।
16 हजार से अधिक शिक्षकों का हुआ था तबादला
शासन ने सोमवार को ही अपने घर से दूर नौकरी कर रहे बेसिक शिक्षा विभाग के 16 हजार से अधिक शिक्षकों को अपने घर के पास जाने का तोहफा दिया था। विभाग ने लंबी कवायद के बाद एक जिले से दूसरे जिले में 16,614 शिक्षकों का तबादला किया है।
इसके अनुसार 12,267 महिलाओं व 4347 पुरुष शिक्षकों को तबादला मिला है। इसमें असाध्य व गंभीर रोगी 1141, दिव्यांग 1122 व एक अभिभावक 393 शिक्षक शामिल हैं। विभाग ने इससे पहले 2019-20 में शिक्षकों के तबादले किए थे। उस समय 26,563 शिक्षकों को इसका लाभ मिला था। बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल ने कहा कि तबादले के लिए भारांक के लिए गलत कागज लगाने वाले शिक्षकों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी और उनका तबादला निरस्त माना जाएगा।