कुशीनगर। बेसिक शिक्षा विभाग में चल रहे शिक्षकों के अंतरजनपदीय तबादला में जिले के सवा दो सौ शिक्षकों ने असाध्य बीमारियों का हवाला दिया है। इसके अलावा 417 ने पति-पत्नी दोनों को सरकारी सेवा में होने के कारण बता स्थानांतरण करने तथा 66 दिव्यांगों ने दिव्यांग प्रमाण पत्र लगाकर तबादले की मांग की है। स्वास्थ्य प्रमाण पत्रों की जांच सीएमओ द्वारा गठित टीम से कराने के बाद देर शाम तक विभाग शिक्षकों के आदेवन का डाटा लॉक करेगा। आवेदन करने वाले शिक्षकों की नजरें डाटा लॉक की स्थिति को जानने के लिए जमीं हुई है।
बेसिक शिक्षा परिषद से संचालित परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों का अंतरजनपदीय स्थानांतरण प्रक्रिया पिछले 6 जून से प्रारंभ हुआ। शिक्षकों ने पिछले 6 जून से 14 जून तक तबादला के लिए ऑनलाइन आवेदन किया। जनपद से 1944 शिक्षकों ने विभिन्न कारणों को दिखाकर अपने गृह जनपद में तबादले के लिए आवेदन किया है। इन आवेदनों की पिछले 18 जून से 20 जून तक जांच की गई है। पत्रावली जमा के बाद लगे स्वास्थ्य प्रमाण पत्रों की कमेटी के माध्यम से जांच कराई गई। विभाग ने एक दिन बढाकर 22 जून तक शिक्षकों का डाटा ऑनलाइन लॉक करने का निर्देश दिया है।
कुल 1944 आवेदन में 1222 शिक्षकों ने बिना भरांक का आवेदन किया है। इसके अलावा पति-पत्नी दोनों सरकारी सेवा रहने का 417 शिक्षकों ने आवेदन किया है। इसके अलावा 66 शिक्षकों ने दिव्यांग होने का दावा किया है। इसके अलावा 222 शिक्षकों ने असाध्य बीमारी होने का हवाला दिया है। वहीं एकल अभिभावक शिक्षक 17 ने आवेदन किया है, जो विधवा, विधुर या तलाकशुदा है। इनके प्रमाण पत्रों की जांच अंतिम दौर में है। देर शाम तक सभी शिक्षकों का डाटा लॉक हो जायेगा। उसके बाद विभाग ने शिक्षकों का ऑनलाइन तबादले का लिस्ट जारी करेगा। कुछ जानकारों का मानना है कि जिले में तैनात कुल शिक्षकों का दस फीसदी तबादला होना है, लेकिन इसके तीन गुना शिक्षकों ने आवेदन किया है।
सवा दो सौ शिक्षकों ने असाध्य बीमारी समेत कुल 1944 शिक्षकों ने अंतरजनपदीय स्थानांतरण में ऑनलाइन आवेदन किया है। उनके प्रमाण पत्रों की जांच कर देर शाम डाटा लॉक कर दिया जायेगा।
डॉ. रामजियावन मौर्य, बीएसए