यूपी सरकार ने लाखों शिक्षकों को बड़ी राहत देते हुए एक जिले से दूसरे में तबादले का रास्ता खोल दिया है। अब तीन साल बाद शिक्षक मनचाही जगह पर तैनाती पा सकेंगे। परिषदीय शिक्षकों के अंतरजनपदीय तबादलों की प्रक्रिया आठ जून से शुरू होगी। इसके साथ ही अंतरजनपदीय म्यूचुअल तबादले भी किए जाएंगे।
इस बारे में प्रदेश सरकार ने नीति जारी कर दी है, साथ ही बेसिक शिक्षा परिषद ने भी सभी बीएसए को निर्देश जारी कर आगामी आठ जून से पोर्टल खोले जाने और सभी तैयारियां पूरी करने के लिए कहा गया है। इससे पहले 2019-20 में अंतरजनपदीय तबादले हुए थे। तब से शिक्षकों को तबादलों का इंतजार था। इनकी संख्या लगभग 05 लाख 20 हजार है।
बेसिक शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार ने इस संबंध में शनिवार को आदेश जारी कर दिया। इसके साथ ही अंतरजनपदीय पारस्परिक स्थानांतरण के आदेश जारी हो गए। इसके मुताबिक जिले में नियमित शिक्षिका के लिए दो साल व शिक्षक के लिए पांच साल की सेवा अवधि अनिवार्य होगी। जिले में स्वीकृत पद के मुकाबले 30 अप्रैल 2023 तक कार्यरत अध्यापकों की संख्या के दस प्रतिशत की अधिकतम सीमा तक अंतरजनपदीय तबादले होंगे।
पहले महिलाओं को 5 अंक का वेटेज दिया जाता था, इस बार 10 अंक कर दिए हैं, यानि ये अंतरजनदीय भी पुरुष मुक्त रहेगा।