ग्रेटर नोएडा। । जिले के परिषदीय स्कूलों में पढ़ाई की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए अब रिटायर शिक्षकों की मदद ली जाएगी। बेसिक शिक्षा परिषद ने के द्वारा रिटायर शिक्षकों की तैनाती के लिए पहल की है। इन शिक्षकों को मेंटर बनाया जाएगा,साथ ही रिटायर शिक्षकों का एक शिक्षक साथी समूह बनाया जाएगा। जिसके माध्यम से पढ़ाई की गुणवक्ता को सुधारने का लिए प्रयास करेंगे। इसके लिए 2500 रुपये मोबिलिटी भत्ता दिया जाएगा। महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया।
बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जिले के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों में एक लाख से अधिक बच्चे पढ़ाई कर रहे है। निपुण भारत अभियान के तहत बच्चों के पढने की क्ष मता को सुधारने के लिए प्रयास किए जा रहे है। सरकारी स्कूलों के शिक्षकों के साथ ही अब शिक्षा स्तर को सुधारने के लिए रिटायर शिक्षकों की भी मदद ली जाएगी। शासन के आदेश अनुसार रिटायर शिक्षकों का एक समूह बनाया जाएगा। सभी शिक्षक स्कूलों के सहयोगात्मक पर्यवेक्षण और लर्निंग आउटकम के सापेक्ष बच्चों में सीखने के स्तर को बढ़ाने के लिए काम करेंगे। शिक्षक साथी और कोई भी काम नहीं करेंगे। इस काम के लिए इन्हें 2500 रुपये प्रतिमाह की दर से मोबिलिटी भत्ता दिया जाएगा। अन्य किसी प्रकार का कोई भत्ता या मानदेय देय नहीं होगा।
उनका कहना है कि प्रेरणा एप की रिपोर्ट के आधार पर ही भत्ता देय होगा। शिक्षक साथियों का कार्यकाल एक वर्ष का होगा और हर वर्ष परफॉर्मेंस के आधार पर इसका नवीनीकरण किया जाएगा। शिक्षक साथियों को न्यूनतम 30 स्कूलों का ऑनलाइन सपोर्टिव सुपरविजन प्रेरणा ऐप के माध्यम से करना होगा और इसकी रिपोर्ट जिला समन्वयक प्रशिक्षण के माध्यम से बीएससी और डायट प्राचार्य को भेजी जाए।
- इस प्रकार से होगा चयन
अधिकारियों ने बताया कि साथी के चयन के लिए विज्ञप्ति का प्रकाशन किया जाएगा। इसमें परिषदीय प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक या प्रधानाध्यापक के रूप में न्यूनतम पांच वर्ष तक शिक्षण अनुभव रखने वाले रिटायर शिक्षक आवेदन कर सकेंगे। रिटायर होने से 70 वर्ष की आयु तक आवेदन किया जा सकेगा। राज्य और राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षकों को वरीयता दी जाएगी। हर ब्लॉक या नगर क्षेत्र में चयन की अधिकतम संख्या का निर्धारण नहीं किया गया है, सभी योग्य शिक्षक आवेदनकर्ताओं को शामिल किया जा सकता है। जनपदीय चयन समिति द्वारा आवश्यकता आधारित ब्लॉक का आवंटन किया जाएगा।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ऐश्वर्या लक्ष्मी ने बताया कि शिक्षक साथी दीक्षा और रीडर लॉन्ग आपके प्रयोग के लिए बच्चों को प्रेरित करेंगे। वही बच्चों की प्रार्थना सभा, बैठक व्यवस्था, समय सारिणी का इस्तेमाल, बाल संसद, मीना मंच, पुस्तकालय आदि के लिए व्यवस्था देखेंगे।