नई दिल्ली,। आयकर रिटर्न (आईटीआर) ऑनलाइन दाखिल करते समय तकनीकी गड़बड़ी सामने आ रही है। कर विशेषज्ञों का कहना है कि आईटीआर के लिए पहले से भरे (प्री-फिल्ड) फॉर्म में कई जानकारियां गायब हैं। इसमें अग्रिम कर भुगतान जैसे ब्योरे शामिल हैं।
आंकड़ों का मिलान न होने से करदाताओं को रिटर्न दाखिल करने में कई तरह की दिक्कतें हो रही हैं। कर विशेषज्ञों के अनुसार, वित्त वर्ष 2022-23 से पहले अग्रिम कर और स्व-मूल्यांकन कर का पूरा विवरण फॉर्म 26एएस में दिखाई देता था। आईटीआर फॉर्म में प्री-फिलिंग तकनीक के कारण यह विवरण खुद ही दिखाई देने लगता था लेकिन यह सुविधा इस बार फॉर्म में नहीं है।
क्या कहता है विभाग
इस मामले में सीबीडीटी का कहना है कि विभाग बैंकों और अन्य वित्तीय संस्थाओं के माध्यम से किसी करदाता के लेन-देन की जानकारी प्राप्त करता था। इसमें बचत बैंक खातों से नकद जमा/निकासी, अचल संपत्ति की बिक्री/खरीद जैसे ब्योरे शामिल हैं। अब ऐसी सभी सूचनाएं नए फॉर्म 26एएस में दिखाई जाएंगी।