बहराइच को 748 के बदले सिर्फ 56 शिक्षक
बहराइच, । बेसिक स्कूलों में ट्रांसफर नीति से तराई को झटका लगा है। यहां कार्यरत रहे 748 शिक्षकों को मनचाहे जिले में तबादला किया गया है, लेकिन गैर जिले से बहराइच को सिर्फ 56 शिक्षक ही मिले हैं, जबकि पहले से ही यहां 2000 से अधिक शिक्षकों की कमी रही। अब 700 के करीब और शिक्षकों के चले जाने से बेसिक स्कूलों की शिक्षण व्यवस्था चरमरा जाएगी।
प्रदेश के आठ आकांक्षात्मक जिलों में बहराइच शामिल हैं। लिहाजा काफी समय से बहराइच में शिक्षकों के तबादलों पर रोक लगी रही। अब सरकार ने 10 फीसद शिक्षकों के तबादलों की नीति बनाई है। इसके तहत 3800 शिक्षकों ने मनचाहे जिलों में ट्रांसफर के लिए ऑनलाइन आवेदन किए थे। 100 शिक्षकों की ओर से परिजनों के दिव्यांगता का हवाला देकर ट्रांसफर के लिए आवेदन किए थे। सोमवार को बेसिक विभाग की ओर से ट्रांसफर की सूची जारी की गई है। इसमें जिले में तैनात रहे 748 शिक्षकों को गैर जिलों में स्थानांतरित किया गया है।
गैर जिलों से यहां 56 शिक्षकों को भेजा गया है। ऐसे में पहले से ही कम शिक्षकों की वजह से शिक्षण व्यवस्था प्रभावित चल रही थी। अब 692 शिक्षकों के और चले जाने से बेसिक स्कूलों में पढ़ाई राम भरोसे ही रहेगी।
948 प्रधान शिक्षकों के पद खाली
बहराइच। नीति आयोग की ओर से शिक्षा के पिछले पायदान तराई की शिक्षण व्यवस्था के उन्नयन को लेकर लगातार प्रयास किया जा रहा है। अब ट्रांसफर होने से आयोग की पहल को भी झटका लगेगा। पहले से ही यहां प्रधान शिक्षकों के 948 पद खाली हैं। प्रभारियों के सहारे व्यवस्था संचालित हो रही है।
जिले के 748 शिक्षकों को गैर जिलों में स्थानांतरण किया गया है। 56 शिक्षक दूसरे जिले से यहां आ रहे हैं। शासन की नियमों व निर्देशों के अनुसार आगे कदम उठाया जाएगा। एआर तिवारी, बीएसए, बहराइच