नई दिल्ली। स्कूली छात्रों में लौह, खनिज की कमी से निपटने को ‘पीएम पोषण योजना’ के तहत भोजन में अब सहजन, पालक, स्थानीय स्तर पर उपलब्ध साग और फलियां आदि शामिल किया जा सकता है।
शिक्षा मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव एल एस चांगसन ने 14 जून को राज्यों के अतिरिक्त सचिवों, मुख्य सचिवों, शिक्षा सचिवों तथा पीएम पोषण शक्ति निर्माण के अनुपालन के शीर्ष निकायों को लिखे पत्र में यह सुझाव दिया है।
पत्र में कहा गया है, ‘मैं आपका ध्यान राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (2019-20 ) की ओर दिलाना चाहता हूं जिसमें यह बात सामने आई है कि 32 प्रतिशत बच्चे कम वजन वाले है और 67 प्रतिशत बच्चों में किसी न किसी स्तर पर रक्ताल्पता (अनिमिया) है।