दिल्ली विश्वविद्यालय में बीटेक प्रोग्राम शुरू करने को कार्यकारी समिति की बैठक में मंजूरी मिल गई है। इसमें फैसला लिया गया कि जिन छात्रों के परिवार की आमदनी सालाना चार लाख रुपये है उनसे कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। चार से आठ लाख रुपये तक आय वर्ग वालों को आधी जबकि इससे अधिक आय वालों को पूरी फीस देनी होगी।
डीयू में कार्यकारी समिति के सदस्य राजपाल पंवार ने बताया कि बीटेक की फीस सालाना 2.16 लाख रुपये निर्धारित की गई है। शुल्क अधिक होने पर हमने शुक्रवार को हुई कार्यकारी समिति की बैठक में विरोध जताया, क्योंकि दिल्ली विश्वविद्यालय में किसी भी कोर्स की फीस इतनी अधिक नहीं है। इसके बाद डीयू ने स्पष्ट किया कि कम आय वर्ग वाले छात्रों से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा।
14 शिक्षक नियुक्त होंगे
शिक्षा मंत्रालय द्वारा प्रौद्योगिकी संकाय के लिए 72 शिक्षण एवं 48 गैर शिक्षण पदों के लिए मंजूरी मिल चुकी है। हालांकि, फिलहाल 14 शिक्षक ही नियुक्त किए जाएंगे।
पहली बार इंजीनियरिंग
एनएसआईटी और दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के अलग से विश्वविद्यालय बन जाने के कारण डीयू में प्रौद्योगिकी के प्रोग्राम फिलहाल नहीं थे। संचालन समिति ने 2023-24 से तीन बीटेक प्रोग्राम शुरू करने की सिफारिश की है। 360 विद्यार्थियों को प्रवेश जेईई मेन्स स्कोर के आधार पर दिया जाएगा।
● शुरू हो रहे हैं बीटेक के तीन प्रोग्राम
● हर बीटेक प्रोग्राम में 120 छात्र होंगे