विन्ध्य और बुंदेलखंड के कई विद्यालयों की सूरत बदलने जा रही है। जल जीवन मिशन प्यास बुझाने के साथ ही बेसिक शिक्षा परिषद के 9 विद्यालयों का कायाकल्प भी करेगा। स्कूलों की सूरत बदलने की यह पहल बिना किसी सरकारी बजट के होगी। जल जीवन मिशन में काम कर रही कंपनियां अपने सीएसआर फंड से कक्षा एक से 8 तक के विद्यालयों को निजी स्कूलों की तर्ज पर सुविधाएं देंगी।
इन विद्यालयों में विज्ञान, कंप्यूटर की नई लैब बनेगी। बच्चे लैब में ही गणित के गुर भी सीखेंगे। स्मार्ट क्लास होंगे, मिड-डे-मील के के लिए डाइनिंग शेड भी बनेगा। मल्टीपल हैण्डवाशिंग यूनिट के साथ-साथ सांस्कृतिक और खेल गतिविधियों के लिए भी पर्याप्त स्थल व स्पोर्ट्स ग्राउण्ड भी होगा। स्कूलों की नई चाहरदीवारी और नए कक्ष भी बनेंगे। पहले चरण में विन्ध्य-बुंदेलखंड के विद्यालयों में एक-एक विद्यालय का चयन किया गया है। अन्य स्कूलों के चयन की प्रक्रिया चल रही है।
नौ जिलों के 1-1 स्कूल का होगा कायाकल्प जल जीवन मिशन में काम कर रही कंपनियों संग बैठक में विभाग के प्रमुख सचिव अनुराग श्रीवास्तव ने छात्र-छात्राओं को आधुनिक शिक्षा उपलब्ध कराकर इन विद्यालयों को मुख्यमंत्री अभ्युदय कम्पोजिट विद्यालय के रूप में विकसित करने के निर्देश दिए हैं। बता दें कि पहले चरण में 12.78 करोड़ की लागत से बुंदेलखंड क्षेत्र के सात जनपद (चित्रकूट, हमीरपुर, महोबा, बांदा, झांसी, जालौन, ललितपुर) और विन्ध्य (मिर्जापुर एवं सोनभद्र) के 1-1 कम्पोजिट विद्यालयों को मुख्यमंत्री अभ्युदय कम्पोजिट विद्यालय के रूप में विकसित किया जाना है।
इन स्कूलों की बदलेगी सूरत
● बांदा के बिसंडा विकासखंड का कम्पोजिट विद्यालय गदावान
● चित्रकूट के मानिकपुर विकासखंड का कम्पोजिट विद्यालय डोडामाफी
● हमीरपुर के मुरकुरा विकासखंड का कम्पोजिट विद्यालय बिहुनीकला
● महोबा के विकासखंड कबरई विकासखंड का चिचारा कम्पोजिट विद्यालय
● झांसी के बामौर विकासखंड का कम्पोजिट शमशेरपुरा विद्यालय
● जालौन में डकौर विकासखंड का कैथेरी कम्पोजिट विद्यालय
● ललितपुर में बार विकासखंड का चौकोरा कम्पोजिट विद्यालय
● मिर्जापुर में नगरपालिका विकासंखड का कम्पोजिट स्कूल रतनगंज
● सोनभद्र में म्योरपुर विकासखंड का चिलकाडांड