प्रतापगढ़। बेसिक शिक्षा विभाग ने प्राइमरी और मिडिल स्कूलों में बच्चों के अधिकाधिक नामांकन के लिए स्कूल चलो अभियान चलाया है, मगर यह बेअसर साबित हो रहा है। अभियान के बावजूद 17 ब्लॉकों में एक अप्रैल से 20 मई तक मात्र 53,41 नए बच्चों का पंजीकरण हुआ है। पिछले वर्ष 94,128 थी। यह संख्या
परिषदीय स्कूलों में 2022-23 के सत्र में पंजीकृत विद्यार्थियों की संख्या करीब 2.85 लाख थी। अप्रैल से जुलाई तक अभियान चलाकर अधिक से अधिक बच्चों
का नाम स्कूलों में दर्ज कराया जाता है। एक अप्रैल से 20 मई तक के दौरान परिषदीय स्कूलों में 53,411 नए बच्चों का पंजीकरण हुआ है। जबकि पिछले वर्ष 94,128 बच्चों का नामांकन कराया गया था। हालांकि अभी जुलाई माह में भी दाखिले होंगे, लेकिन तुलनात्मक रूप से इस गिरावट आई है। बार यह आंकड़ा कम है।
शिक्षकों की मानें तो इतनी कम संख्या में नामांकन होने के पीछे नया नियम भी कारण बन रहा है। पूर्व में परिषदीय विद्यालयों में पांच साल की उम्र वाले बच्चों को प्रवेश दिया जाता था, लेकिन इस सत्र से छह साल के उम्र वाले बच्चों को प्रवेश दिया जा रहा है। इसके चलते भी इस बार छात्र संख्या में गिरावट आई है.
फिलहाल अफसरों का दावा है कि परिषदीय विद्यालयों में प्रवेश प्रक्रिया 30 सितंबर तक चलती है। ऐसे में बच्चों की संख्या अभी और बढ़ेगी। लेकिन आंकड़े बताते हैं कि आधी जुलाई के बाद न के बराबर ही दाखिले होते हैं।
एक अप्रैल से प्रारंभ हुए नए शिक्षासत्र में 53,411 बच्चों का नाम स्कूलों में लिखवाया गया है। 30 सितंबर तक बच्चों का नाम स्कूलों में लिखा जाएगा। अभी पर्याप्त समय है, निजी स्कूलों से लोगों का मोह भंग हो रहा है, सुविधाएं बढ़ने से प्राइमरी और मिडिल स्कूलों में अभिभावक अपने बच्चों का नाम लिखवा रहे हैं। फिलहाल पिछले वर्ष से अधिक बच्चों का नामांकन कराने का लक्ष्य है। श्रीकृष्ण विश्वकर्मा, डीसी, बेसिक शिक्षा विभाग
जुलाई माह में स्कूलों में नहीं निकली रैली
जिले के प्राइमरी और मिडिल स्कूल तीन जुलाई से खुले हुए हैं, मगर शहर और गांव के स्कूलों से अभी तक एक भी दिन स्कूल चलो अभियान की रैली नहीं निकली है। इससे लगता है कि जिम्मेदार इसको जरूरी नहीं समझ रहे हैं। जबकि निजी स्कूल संचालक घर-घर जाकर बच्चों को खोज रहे हैं।