हरदोई
बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय स्कूलों में हेडटीचर, सहायक अध्यापक, शिक्षा मित्र व अनुदेशकों के अनुपस्थित रहने का सिलसिला जारी है। बगैर अवकाश के ही ये ड्यूटी के वक्त गायब हो जाते हैं। आठ से 10 जुलाई तक चले निरीक्षण अभियान में 348 स्कूलों की चेकिंग की गई। इनमें एक हेडटीचर, 10 सहायक अध्यापक, पांच शिक्षा मित्र व एक अनुदेशक अनुपस्थित मिला।
भरावन के टिकानेड़ा में सहायक अध्यापक डिंपल सिंह, शमा अफजल, बरेठी में धीरेद्र प्रताप सिंह, आनन्द कुमार, नेवादा में पूनम मौर्या, सुप्रिया यादव, बहेरिया में प्रीती यादव, बावन के पोखरी में उर्मिला सिंह, भरावन के गोरीकला में शिक्षा मित्र मधुलता पांडेय, जितेंद्र कुमार, हरियांवा के ककरला में आशाराम, अहिरोरी के समरेठा में आराधना, बावन के शिवबक्सपुरवा में अनुदेशक अर्चना चौरसिया, भरावन के काशीपुर में हेडटीचर ब्रजराज सिंह अनुपस्थित मिलीं।
गायब रहने वालों में भरावन ब्लाक अव्वल है। यह लखनऊ जिले की सीमा से सटा हुआ क्षेत्र है। चर्चा है कि अधिकांश टीचर लखनऊ से अप-डाउन कर नौकरी कर रहे हैं। ऐसे में अक्सर गायब रहना उनकी आदत बन चुकी है। वहीं कुछ स्कूलों में दो-दो शिक्षक व शिक्षा मित्र गैरहाजिर होने से बच्चों की पढ़ाई लिखाई चौपट मिली। बीईओ शालिनी गुप्ता, रामकुमार द्विवेदी, उदयभान यादव, राजेश राम ने निरीक्षण किया। उन्होंने निरीक्षण आख्या जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को भेज दी है। बीएसए विजय प्रताप सिंह का कहना है कि पढ़ाई के वक्त गायब रहने वालो का वेतन व मानदेय काटने की कार्रवाई की जाएगी।